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40 परीक्षाओं में फेल होने के बावजूद नहीं मानी हार, कठिन मेहनत के दम पर UPSC परीक्षा पास कर बने IRS अफसर

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सभी परीक्षाओं में से यूपीएससी की परीक्षा को काफी कठिन माना जाता है। इस परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यार्थी परीक्षा देते हैं। लेकिन इनमें से बहुत कम परीक्षार्थी ही सफल हो पाते हैं। आइए जानते हैं आज अवध किशोर पवार की कहानी। अगर किसी भी इंसान के अंदर जीत, जुनून और जज्बा आ जाता है, उस इंसान को एक ना एक दिन सफलता मिल ही जाती है। बहुत सारे मुसीबतों के बाद भी जिनके हौसले फौलाद की तरह बुलंद होते हैं। उनके सपने एक ना एक दिन जरूर पूरा होता है।

अवध किशोर पवार की भी जिंदगी बहुत ही संघर्षपूर्ण रही है। इन्होंने पांचवी प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईआरएस अफसर बने इन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे उत्तरा चढ़ाव के बाद भी अवध किशोर ने कभी भी पीछे की तरफ घूम कर नहीं देखा। इन्होंने तकरीबन 40 परीक्षाओं में असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी और ना ही हिम्मत हारी। इनकी इस कहानी से सभी अभ्यार्थियों को प्रेरणा लेनी चाहिए, की कभी भी किसी भी अभ्यर्थी को असफल होने पर हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। बल्कि लगातार मेहनत और कोशिश करते रहना चाहिए। इनकी यह कहानी सभी अभ्यर्थियों के लिए एक प्रेरणा है।

बहुत सारे लोग जिस मुंबई में अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए जाते हैं, उसी मुंबई के रहने वाले हैं अवध किशोर पवार। वे यहीं पर अपना काम करके अपना जीवन गुजर-बसर कर रहे अवध किशोर ने इसी बीच UPSC परीक्षा देने की सोच ली। अवध किशोर ने बहुत सारी प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी किस्मत अजमाई, किंतु नसीब अवध किशोर का साथ नहीं दिया।

बैंकिंग परीक्षा, SSC के साथ अन्य 40 परीक्षाओं में उन्हें असफलताएं हासिल हुई और किशोर अपने उसी जोश और जुनून के साथ यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करते रहें। लेकिन इनको यहां भी चार बार और सफलता ही प्राप्त हुई। किन्तु फिर भी इन्होंने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी करते रहे और फिर एक बार एग्जाम दिए। समय बदला और किशोर की किस्मत ने साथ दी। उन्होंने 657वीं रैंक प्राप्त कर आईआरएस अफसर बने और इस तरह अवध किशोर पवार लाखों अभ्यर्थियों के लिए रोल मॉडल बन गए जो सफलता से घबराकर अपने लक्ष्य को बदल देते हैं।