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MOTIVATIONAL

हार न मानने के जज्बे और निरंतर प्रयास ने दिलाई इस आईएएस को सफलता, जाने पूरी कहानी

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संजीता मोहपात्रा को सफलता लगातार प्रयास करते रहने से मिला। जो बताता है कि कठिन परिश्रम और इच्छा शक्ति के दम पर इंसान कुछ भी कर सकता है। बोला जाता हैं की ‘ सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। इस प्रकार कुछ कर दिखाया IAS ऑफिसर बनने का सपना देखने वाली संजीता मोहपात्रा ने द्वारा। उनकी कहानी ऐसे युवाओं के लिए मोटिवेशन देती है जो जिंदगी में बहुत कुछ प्राप्त करना को इच्छा रखते है। इस लिए ओडिशा के राउरकेला में निवास करने वाली संजीता मोहपात्रा की UPSC की सफर बहुत लंबा रहा। वह पांचवे प्रयास में यह एग्जाम में सफल हुई। IAS ऑफिसर बनने में उन्हें लगभग 6 वर्ष लगे परंतु इस के मध्य उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।

संजीता हमेसा से ही स्टडी में अच्छी थी। इंटर के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग में दाखिला करवा लिया। जब वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी तब उन्होंने UPSC में जाने का डिसीजन लिया। उन्होंने UPSC की प्रिपरेशन आरंभ कर दिया। परंतु सफलता उनसे दूरी बनाए रही। निरंतर तीन प्रयास में असफल होने के बाद उन्होंने एक कंपनी में जॉब कर ली। कुछ वक्त तक जॉब के साथ ही प्रिपरेशन करती रहीं, परंतु वह अपने चौथे अटेम्प्ट में भी पास नहीं हो पाई। जब चौथी प्रयास में वह सफल नहीं हो पाई तो उन्होंने जॉब छोड़ दी तथा प्रिपरेशन करने में लग गई। इस मध्य शादी होने के बावजूद भी उन्होंने अपनी प्रिपरेशन नहीं छोड़ी । अंततः अपने पांचवें कोशिश में वह सफल रही। उसके सहित ही उनके IAS बनने का लक्ष्य भी पूरा हुआ।

संजिता मोहपात्रा ने का कहना है कि उन्हें सही गाइडेंस नहीं मिल पा रही थी, उसके कारण उन्होंने इंटरनेट की सहायता ली। उसके सहित ही NCERT बुक्स पर ध्यान देना आरंभ कर दिया और न्यूजपेपर को नियमित रूप से पढ़ा। उन्होंने बताया है की अभ्यर्थी अपने आप को सफलता की तरफ जाने की प्रेरणा देते रहें। जब कोई अभ्यर्थी UPSC की एग्जाम देने का डिसीजन लेते है, तो उसको पता होता है कि यह देश की सबसे हार्ड एग्जाम है। इसीके चलते जब राह में दिक्कतें आएं या सफलता मिलने में देर लगे तो हिम्मत न हारें, कोशिश हमेसा जारी रखें।