Connect with us

NATIONAL

विधार्थियों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद ग्रुप डी और एनटीपीसी की परीक्षा की गई स्थगित, शिकायतों की जांच के लिए बनाई समिति

Published

on

WhatsApp

विरोध-प्रदर्शन के बाद रेलवे ने एनटीपीसी और ग्रुप डी (श्रेणी–1) की परीक्षाएं स्थगित कर दीं हैं। रेलवे ने प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच के लिए एक समिति बनाई है। ये समिति विरोधी छात्रों की आपत्तियों पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंपेगी। रेलवे भर्ती बोर्ड की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी परीक्षा के रिजल्ट के खिलाफ छात्र पिछले तीन दिन से विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। ये विरोध तब और बढ़ गया जब रेलवे ने सोमवार को ग्रुप डी भर्ती में सीबीटी दो चरणों में लेने की घोषणा की। 

छात्रों के आपत्तियों की जांच के लिए रेलवे ने एक समिति भी बनाई है। दोनों पक्षों की शिकायतें सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी। मंगलवार के दिन छात्रों द्वारा किए प्रदर्शन के बाद रेलवे ने नोटिस जारी किया कि प्रदर्शन में तोड़फ़ाड सहित अन्य गैरकानूनी कामों में शामिल लोगों की रेलवे भर्ती पर हमेशा के लिए पाबंदी लगा दी जाएगी।

इससे पहले बिहार और यूपी में क्षेत्रों ने जमकर बवाल किया। स्टेशनों पर हंगामा और तोड़फोड़ की। सड़कें जाम कीं। ट्रेन में भी आग लगा दी गई। साथ ही सोशल मीडिया पर भी क्षेत्रों ने एनटीपीसी रिजल्ट और ग्रुप डी भर्ती में सीबीटी-2 लेने के फैसले के खिलाफ आंदोलन चला रखा है। रेल मंत्री और पीएम मोदी को टैग करके लगातार ट्विटर पर #no_cbt_2_in_group_d , #GroupD ,  #RRBNTPC_REVISE_RESULTDO  , #RRBNTPC के साथ ट्वीट किए जा रहे हैं।

छात्रों ने 26 जनवरी 2022 को एक विशाल आंदोलन करने का ऐलान किया। रेल रोको आंदोलन को देशव्यापी बनाने के लिए मैसेज को ज्यादा से ज्यादा छात्रों के पास भेजा जा रहा था। इस आंदोलन के माध्यम से छात्रों ने एनटीपीसी रिजल्ट में संशोधन, आरआरबी ग्रुप डी की परीक्षा से सीबीटी-2 हटाने की मांग और रेलवे भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी करने की मांग है।

आरआरबी एनटीपीसी के रिजल्ट के बाद छात्रों में काफी आक्रोश है। इनकी मांग है कि यूनिक रोल नंबर के साथ रिजल्ट जारी किया जाए। साथ ही रिजल्ट में संशोधन भी किया जाए। सोमवार के दिन छात्रों द्वारा पटना में राजेंद्र नगर टर्मिनल पर जमकर प्रदर्शन किया गया। छात्रों ने नई दिल्ली-हावड़ा रेल खंड पर करीब आठ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन रोके रखा। हालांकि युवाओं के ऐतराज पर रेलवे सफाई दे चुका है। आरआरबी का कहना है कि कानूनी तौर पर एक छात्र को एक से ज्यादा पदों के लिए आवेदन करने से रोका नहीं जा सकता।

14 जनवरी को आरआरबी ने एनटीपीसी के 35000 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा (सीबीटी-1) का रिजल्ट जारी किया था। इसमें 7,05,446 अभ्यर्थियों को सीबीटी-2 के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पहले एक पद के लिए 10 प्रत्याशी, अब 10 पद के लिए एक प्रत्याशी है। कुछ उम्मीदवारों को एक से अधिक लेवल पर सफल क्यों किया गया।

आरआरबी ने सोमवार को नोटिस जारी किया कि ग्रुप डी भर्ती परीक्षा के लिए सीबीटी–1 और सीबीटी-2 के रूप में परीक्षा होगी। सीबीटी-1 में पास होने वाले अभ्यर्थियों को सीबीटी-2 देना होगा। सीबीटी-2 के बाद पीईटी व मेडिकल होगा। जबकि अभी तक अभ्यर्थी यह समझ रहे थे कि सीबीटी-1 में पास होने के बाद उन्हें पीईटी देना होगा। हालांकि रेलवे ने 2019 में जारी ग्रुप डी भर्ती के नोटिस में यह साफ लिखा था कि सीबीटी सिंगल स्टेज में करवाना है या फिर मल्टी स्टेज में, यह तय करने का अधिकार रेलवे प्रशासन के पास रहेगा। अब रेलवे ने नोटिस जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है कि ज्यादा आवेदनों के चलते सीबीटी दो चरणों में कराए जाएंगे। इस परीक्षा के लिए लगभग एक करोड़ 17 लाख छात्रों ने आवेदन किया है। इसके माध्यम से एक लाख तीन हजार पदों को भरना है। इसकी परीक्षा 23 फरवरी से शुरू होनी है। सोशल मीडिया पर ग्रुप डी अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती निकलने के तीन साल बाद परीक्षा आयोजित की जा रही है। अगर अब सीबीटी-2 भी होगा तो नियुक्ति मिलने में बहुत ज्यादा समय लग जाएगा। अब सीबीटी-2 कराया जाना गलत है।

रेलवे में कुल 35281 वैकेंसी है। इसमें ग्रेजुएट उम्मीदवार सभी वैकेंसी के लिए योग्य हैं लेकिन 12वीं पास छात्र 10603 वैकेंसी के लिए योग्य हैं। ग्रेजुएट छात्रों में उन 12वीं के कैटेगरी के छात्र को भी चुना गया है। हम किसी भी उम्मीदवार को एक से अधिक पद की कैटेगरी का चयन करने से नहीं रोक सकते हैं। परीक्षा के नियम और नोटिफिकेशन के मुताबिक हमने हर लेवल में वैकेंसी का 20 गुना चुना है।