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बिहार के आयुष ने सेल्फ स्टडी कर UPSC परीक्षा की तैयारी कर हासिल किया 74वां रैंक

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देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा मानी जाने वाली सिविल सर्विसेज 2021 की परीक्षा में नवादा के अभ्यर्थी ने शानदार प्रदर्शन किया है। दरअसल सोमवार के दिन इसके परिणाम की घोषणा की गई थी जिसमें नवादा जिला के काशीचक प्रखंड स्थित बेलड़ गांव निवासी आयुष वेंकटेश वत्स ने ऑल इंडिया 74वां रैंक हासिल किया। उनकी इस बड़ी उपलब्धि पर लोगों द्वारा उत्साह जाहिर किया गया है।

आयुष वेंकटेश वत्स के पिता शिक्षा विभाग में कार्य कर चुके हैं और इस वर्ष प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी मां का नाम निशा सिंह से एक निशा सिंह गृहिणी हैं। आयुष ने अपनी शुरुआती पढ़ाई देवघर के सन्त जोसेफ स्कूल से पूर्ण की। इसके पश्चात उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की। आयुष ने यूपीएससी एग्जाम में ऑल इंडिया 74वां रैंक हासिल कर अपने क्षेत्र का नाम रौशन होगा।

वहीं दूसरी ओर रोह प्रखंड के गोड़िहारी गांव के निवासी आलोक रंजन ने यूपीएससी एग्जाम 2021 में 346 वां रैंक हासिल कर अपने जिले का नाम रौशन किया। उनकी इस सफलता से गिराम जिले में खुशी का माहौल है। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा दीक्षा रोह हाई स्कूल से हुई है। परंतु उन्होंने जीवनदीप पब्लिक स्कूल से उत्तीर्ण की। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए कोटा
चले गए। उन्होंने राजस्थान बोर्ड से इंटर की पढ़ाई पूरी की और दिल्ली के इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिक एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की। आलोक बताते हैं कि उन्होंने वर्ष 2015 से ही यूपीएससी एग्जाम की शुरुआत कर दी थी। वे ईम्पलॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाईजेशन और ईंटेलीजेंस ब्यूरो में अंतिम रूप से सफलता प्राप्त कर ली थी।

आलोक ने यूपीएससी परीक्षा के लिए राजनीति शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंध जैसे विषय का चयन किया। आलोक के साथ तैयारी कर रहे छात्र इसमें सफल हो रहे थे परंतु आलोक को सफलता नहीं मिल पा रही थी। इसकी वजह से उनके परिवार वाले भी थोड़े चिंतित थे।

आलोक रंजन द्वारा यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल करने के पश्चात उनके गांव के साथ परिवार के लोगों में खुशी का अम्हौल है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके दादा रामस्वरूप प्रसाद और दादी गौरी देवी भी खुशी को व्यक्त करते दिखाई दिए। उनके छोटे भाई अमित कुमार पूरे गांव में मिठाई वितरण करते नजर आए। वहां के पड़ोसी गांव के लोग भी आलोक को बधाई देने पहुंचे। उनकी इस उपलब्धि पर उनके दादा जी भी खुशी व्यक्त करते दिखाई दिए और कहा मेरा पोता बड़ा अफसर बन गया है।