BIHAR
पिता करते थे हेल्पर का काम, आज बेटा है IAS ऑफिसर, पढ़ें कहानी
UPSC परीक्षा कठिन एग्जाम में से एक होती है, इस एग्जाम को पास करने के लिए दिन रात मेहनत करने पड़ते हैं। वहीं आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, उन्होंने अपनी लगन और परिश्रम से इस एग्जाम 45वीं रैंक लाकर एक IAS अफसर बन गए हैं। इस इंसान का नाम अनिल बसाक हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में।
अनिल का जन्म बिहार के किशनगंज में हुआ था। वह जिस परिवार में जन्मे हुआ थे वह गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आता था । उनके पिता का नाम बिनोद बसाक और मां का नाम मंजू देवी है। उनका जन्म 2 अगस्त 1995 को हुआ था। अनिल ने किशनगंज के ओरिएंटल पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की और कक्षा 10वीं हाई स्कूल औरिया पब्लिक स्कूल से समाप्त की और 12वीं की शिक्षा किशनगंज के बाल मंदिर से की । 12वीं क्लास पास करने के बाद उसने IIT दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की।
इसके अलावा अनिल के पिता जी राजस्थान में एक व्यापारी के यहां हेल्पर का कार्य किया करते थे। कुछ वक्त काम करने के बाद वह अपने गांव वापस आएं और घर-घर जाकर कपड़े बेचने लगे। फिर उन्होंने छोटी सी दुकान में कपड़े बेचना आरंभ कर दिया। पहले से अनिल के घर की फाइनेंशियल कंडीशन ठीक नहीं थी। अनिल जानते थे कि पढ़ाई ही उनके घर के स्थिति को बदल सकती है। इसके बाद उन्होंने अपनी शिक्षा पर हमेशा दिन दिया।
अनिल न सिर्फ अपने परिवार के लिए परन्तु राज्य की भी बेहतरी की दिशा में कार्य करना चाहते थे। वर्ष 2017-18 में उन्होंने दिल्ली के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट से ट्यूशन देना आरंभ किया और UPSC exam की प्रिपरेशन की। वह अपने पहले अटेम्प्ट में पास नहीं हुए और यहां तक कि प्रीलिम्स में भी असफल रहे, पर फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। अपने दूसरे अटेंप्ट में, अनिल ने 616वीं रैंक प्राप्त की, परंतु वह बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं थे। उन्हें उस वक्त IT सुविधाएं मिली थीं। उन्होंने अपनी प्रिपरेशन जारी रखी और अपने तीसरे अटेम्प्ट में उन्होंने 45वीं रैंक प्राप्त किए और IAS बन गए।
आपको बता दें, अनिल के पास कोचिंग इंस्टीट्यूट की राशि देने के भी रुपए नहीं थे, परंतु उन्होंने संस्थान में काम करके अपनी फीस को मैनेज किया। अनिल की सक्सेस उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो अपने जीवन में संसाधनों की कमी से दिक्कत होती है । आपके पास हमेशा वही होता है जो आपको सफल होने के लिए चाहिए।