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तुम क्या बनोगे कलेक्टर’ कहकर लोग उड़ाते थे मजाक, IAS बन राजेंद्र ने दिया जवाब

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संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज एग्जाम (CSE) exam को देश की सबसे प्रतिष्ठित एग्जामो में एक माना जाता है। यही वजह है कि इस एग्जाम में सब को कामयाबी प्राप्त नहीं होती है। परंतु जो कैंडिडेट इस एग्जाम में कामयाब होते हैं, वो दूसरे के लिए प्रेरणादायक बन जाते हैं। ऐसी ही कुछ कहानी डॉ. राजेंद्र भारुड की है। उन्होंने कड़ी परिश्रम के दम पर न केवल IAS बनकर अपने लक्ष्य को पूरा किया, बल्कि उन लोगों को भी जवाब दिया, जो यह बोल कर चिढ़ाते थे कि तू क्या IAS बनेगा?

साल 2013 में UPSC एग्जाम पास कर IAS ऑफिसर बनने वाले डॉ. राजेंद्र भारुड का बचपन बहुत गरीबी में बीता। वह मूल रूप से महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के निवासी हैं। इनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। जब गर्भ में थे, तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स की अनुसार तो जैसे-तैसे उनकी मां तथा दादी ने शराब बेचकर लालन-पालन किया।

राजेंद्र जब तीन चार माह के थे, तब उनके रोने पर कुछ ग्राहक उन्हें शराब की कुछ बूंदे चटा देते थे। उससे वे सो जाते थे। वहीं, जब वे थोड़े बड़े हुए तो उन्हें ग्राहक के लिए नजदीक की दुकान से स्नैक्स लाने पड़ते थे। परंतु उनका मन हमेशा से शिक्षा में रहा। ऐसे ही एक दिन जब वह पढ़ाई कर रहे थे, तभी एक ग्राहक आया और उन्हें बोला जाओ स्नैक्स लाओ।

इस पर राजेंद्र ने ग्राहक को स्नैक्स लाने से इंकार कर दिया। इस पर ग्राहक ने बताता कि तुम भील समाज में पैदा हुए हो, तुम्हें पढ़ाई-लिखाई करने का कोई मतलब नहीं है? इसलिए क्योंकी तुम भी बाद में शराब ही बेचोगे ग्राहकों की यह बात सुनकर राजेंद्र की मां बहुत रोई थीं। धीरे-धीरे राजेंद्र बड़े हुए तो उन्होंने अपनी किस्मत बदलने का निर्णय लिया। 12वीं के बाद उन्होंने मेडिकल का एंट्रेंस परिक्षा में साफल हुए और MBBS की डिग्री प्राप्त कर ली। उसके बाद उन्होंने UPSC की प्रिपरेशन को और निरंतर दो बार एग्जाम क्रैक कर IAS बनने का लक्ष्य पूरा कर लिया।