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BIHAR

तीसरे प्रयास में प्रवीण कुमार बने IAS, पिता चलाते हैं मेडिकल स्टोर; जाने उनकी संघर्षों की कहानी

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देश की सबसे कठिन एग्जाम में से एक का दर्जा प्राप्त UPSC की परीक्षा को क्लीयर करना कुछ दिनों या महीनो की बात नहीं। उसे क्लीयर करने के हेतु लंबे वक्त की परिश्रम, लगन एवं सकारात्मक रवैये की आवस्कता होती है। ये कहना है कि UPSC CSE 2020 में AIR 7 हासिल करने वाले प्रवीण कुमार का। आज की IAS सक्सेस स्टोरी में हम आपके हेतु लेकर आए हैं आईएएस प्रवीण कुमार की स्टोरी, जिन्होंने आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद सिविल सर्विसेस की राह थामी एवं कामयाब होकर दिखाया। यहां जानें उन्होंने UPSC क्रैक करने के हेतु किन टिप्स को फॉलो करने का सुझाव दिया।

बिहार के जमुई जिले से आने वाले प्रवीण के पिता मेडिकल स्टोर चलाते हैं, वहीं उनकी मां ग्रहणी हैं। अपने गृह नगर से इंटरमीडिएट तक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने जेईई क्रैक की एवं आईआईटी कानपुर से बीटेक किया। IIT से प्लेसमेंट के बजाय उन्होंने UPSC की प्रिपरेशन की, पहले 2 अटेम्प्ट में असफलता मिली परंतु तीसरे प्रयास में उन्होंने एग्जाम क्लीयर कर IAS बनने का लक्ष्य पूरा किया।

प्रवीण द्वारा बताया गया कि प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू के हेतु उन्होंने अलग-अलग तरीके से प्लान बनाया एवं उसी तरीके से पढ़ाई की। सिलेबस के मुताबिक किताबें चुनीं, टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई आरंभ की। चुनिंदा किताबों से पढ़ाई करने पर रिविजन के हेतु अधिक वक्त मिल पाता है। मॉक टेस्ट पेपर देना भी बहुत आवश्यक है। बीते कुछ वर्षों के UPSC पेपर सॉल्व करने से काफी मदद मिलती है।

प्रवीण द्वारा बताया गया कि UPSC की प्रिपरेशन में करंट अफेर्स सबसे अहम भूमिका है। हर कैंडिडेट को अखबार या मैगजीन अवश्य पढ़ना चाहिए, उसकी सहायता से आपको देश और दुनिया में हो रहीं घटनाओं की इंफॉर्मेशन होगी। जो आपको करंट अफेयर्स सॉल्व करने में सहायता करेगा। उन्होंने बताया कि कड़ी परिश्रम और सही दिशा में कार्य करने से कामयाबी अवश्य मिलती है।