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BIHAR

तंबाकू बेचने के साथ–साथ की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, सफलता प्राप्त कर बने आईएएस

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देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित माने जाने वाली यूपीएससी परीक्षा में बहुत कम ही सफलता प्राप्त करते हैं। हर साल न जाने कितने गरीब, मध्यम व अन्य कोटि के लोग इसकी तैयारी करते हैं और मुश्किलों को पार कर सफलता प्राप्त करते हैं।

आज हम ऐसे ही एक व्यक्ति के बारे में जानेंगे जिनका नाम निरंजन कुमार है जो बिहार के नवादा जिले के रहने वाले हैं। निरंजन में 2020 में यूपीएससी परीक्षा देकर 535वीं रैंक साहिल किया। इसके पहले उन्होंने एक बार और इस परीक्षा को दिया जिसमे वे 728वीं रैंक प्राप्त किए।

निरंजन ने बताया कि यूपीएससी की तैयारी से पहले वे अपने पिता के खैनी की दुकान पर बैठा करते थे। लेकिन पिता की तबियत खराब होने के कारण वह दुकान बंद हो गई। दुकान बंद होने के कारण घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई। लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई बंद नहीं की। उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय से 10वीं की पढ़ाई की और उसके बाद 12वीं की पढ़ाई के लिए साइंस कॉलेज, पटना में नामांकन कराया।

12वीं की पढ़ाई के बाद निरंजन ने IIT–ISM, धनबाद से माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और डिग्री प्राप्त किया, जिसके बाद उन्हें साल 2011 में कोल इंडिया लिमिटेड, धनबाद में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर नौकरी मिल गई। उन्होंने सोचा नहीं था की वे यह मुकाम हासिल कर लेंगे। उसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी और दूसरे प्रयास में 535वीं रैंक हासिल कर परीक्षा पास कर ली जिसके बाद उनके माता–पिता उनसे काफी खुश हैं।

निरंजन ने बताया कि जब उन्हें साल 2017 में उन्हें 728 रैंक मिली तो वह ज्यादा खुश नहीं हुए, उन्होंने कहा कि मैं भारतीय राजस्व सेवा प्राप्त करूंगा और फिर से यूपीएससी परीक्षा दूंगा। निरंजन ने आगे कहा, यूपीएससी की तैयारी के दौरान, ये प्रयास करें कि अपना ध्यान भटकने न दें और आगे बढ़ते रहें। परीक्षा भले ही कठिन है, लेकिन अगर कठिन मेहनत करते हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी।