BIHAR
उत्तर बिहार से पंजाब की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी, दो जोड़ी ट्रेनों का होगा परिचालन
उत्तर बिहार से पंजाब की यात्रा करने वाले रेलयात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इन यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे द्वारा दो जोड़ी ट्रेनों के परिचालन के लिए मंजूरी दे दी गई है। इसका परिचालन नियमित तौर पर होगा। मुजफ्फरपुर के रास्ते सहरसा और अमृतसर के बीच पहली ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। वहीं शाहपुर पटोरी के रास्ते पूर्णिया के बनमंखी और अमृतसर के बीच दूसरी ट्रेन का परिचालन किया जाना है।
सप्ताह में एक ही दिन गाड़ी संख्या 14604/ 4603 अमृतसर- सहरसा एक्सप्रेस का परिचालन किया जाएगा। प्रत्येक बुधवार के दिन 3 अगस्त से अमृतसर से इसका परिचालन होगा। वहीं प्रत्येक शुक्रवार के दिन 5अगस्त से सहरसा से इस ट्रेन का परिचालन होगा। इन उक्त बातों की जानकारी रेलवे द्वारा दी गई है।
सहरसा से अमृतसर की ओर जाने वाली ट्रेन संख्या 14603 संध्या 4 बजकर 55 मिनट पर सहरसा से खुलेगी। यह ट्रेन खगड़िया होते हुए रात्रि 8 बजकर 20 मिनट पर समस्तीपुर, रात्रि 9 बजकर 20 मिनट पर मुजफ्फरपुर और रात्रि 10:15 बजे हाजीपुर पहुंचेगी। इसके पश्चात यह ट्रेन छपरा, सीवान, देवरिया, गोरखपुर, बरेली, अंबाला और लुधियाना होते हुए तीसरे दिन रात्रि में 2 बजकर 40 मिनट पर अमृतसर पहुंचेगी।
वहीं दोपहर के समय 1 बजकर 25 मिनट पर अमृतसर से ट्रेन संख्या 14604 खुलेगी। यह ट्रेन दूसरे दिन दोपहर 3.10 बजे मुजफ्फरपुर, 4 बजकर 25 मिनट पर समस्तीपु और संध्या में 7 बजकर 50 मिनट पर सहरसा पहुंचेगी। अनुमान है कि इस ट्रेन के परिचालन से यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी।
शुक्रवार के दिन संसद में इसपर चर्चा हुई थी। इसपर सरकार ने बताया कि वर्ष 2020 में किसान रेल सेवा की शुरुआत की गई थी। जिसके बाद रेलवे द्वारा इस प्रकार की 2359 ट्रेन का संचालन किया गया है। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी सवाल किए गए थे जिसके उत्तर में उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 7 अगस्त 2020 को किसान रेल सेवाओं की शुरुआत की गई थी। जिसके बाद 30 जून 2022 तक रेलवे द्वारा लगभग 2359 ऐसी ट्रेन का संचालन किया गया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान शीघ्र खराब होने वाली करीब 7.9 लाख टन वस्तुओं की ढुलाई की गई। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 में 455 ऐसी ट्रेन सेवाओं का संचालन किया गया। वर्ष 2021–22 में 1841 और वहीं 2022-23 में 30 जून महीने तक 63 सेवाओं का संचालन किया गया है। रेल मंत्री ने बताया कि जोनल रेलवे को किसान रेल सेवाओं के माल की चोरी या इन सेवाओं के माध्यम से गंतव्य स्थान पर क्षतिग्रस्त माल पहुंचने के संबंध में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।