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इंटरसिटी से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर, रेल मंत्री द्वारा बड़ा ऐलान
भारतीय रेलवे द्वारा रेल सुविधाओं को बेहतर करने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करानी है। वहीं विगत दिनों ही रेलवे बोर्ड द्वारा रात्रि में सफर करने के नियमों में कुछ बदलाव किए गए थे। इन नए नियमों को रेलवे बोर्ड द्वारा तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे द्वारा शताब्दी और इंटरसिटी ट्रेनों के संबंध में कुछ बदलाव किया जाना है। काफी अधिक संख्या में यात्री इन ट्रेनों से प्रतिदिन सफर करते हैं। इन यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे द्वारा इन तीनों ट्रेनों को वंदे भारत एक्सप्रेस से रिप्लेस करने की तैयारी की जा रही है।
शताब्दी, जन शताब्दी और इंटरसिटी जैसे ट्रेनों के यात्रियों के सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत से सफर करना काफी सुविधाजनक हो जाएगा। वर्ष 2023 तक 75 अन्य वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इस बात की जानकारी केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा दी गई है। आने वाले दिनों में रेलवे द्वारा शताब्दी, जन शताब्दी और इंटरसिटी ट्रेन से वंदे भारत ट्रेन को बदलने की तैयारी की जा रही है। इस बात की भी जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा दी गई है। इसके लिए अभी तक 27 रूट का चयन किया जा चुका है। कुछ दिनों के पश्चात और भी रूट का चयन किया जाएगा।
प्रथम चरण में दिल्ली–लखनऊ, दिल्ली–अमृतसर और पुरी हावड़ा के साथ 27 रेलवे रूट पर वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त दिल्ली-भोपाल और दिल्ली-चंडीगढ़ रेलवे लाइन पर संचालित होने वाली शताब्दी ट्रेनों के बदलाव की भी तैयारी की जा रही है। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में काफी तीव्र गति से वंदे भारत ट्रेनो का निर्माण जारी है। वर्ष 2023 के अगस्त महीने तक 75 ट्रेनों को तैयार कर लिया जाएगा।
पुरानी वंदे भारत की तुलना में नई वंदे भारत कई मामले में आगे है जो तकनीकी रूप से ज्यादा अपडेटेड है। पहली स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन को रेलवे द्वारा पूरी तरह से इन हाउस डिजाइन किया गया है। इसके अलावा वर्ष 2026 में गुजरात के सूरत और बिलिमोरा के बीच प्रथम बुलेट ट्रेन की शुरुआत होगी। इस बात की जानकारी रेलमंत्री द्वारा दी गई है। विगत दिनों ही उन्होंने
बुलेट ट्रेन के किराये से संबंधित जानकारी दी थी।