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इंजीनियरिंग-MBA के बाद की UPSC की प्रिपरेशन, इस स्ट्रेटजी से मिली कामयाबी, जानें Exam Tips

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देश की सबसे कठिन एग्जामो में से UPSC को क्लीयर करने के हेतु कड़ी परिश्रम , जुनून, धीरज, पॉजिटिव अप्रोच तथा इसी प्रकार के कई और गुणों की जरूरत होती है। ये मानना है, UPSC 2020 में AIR-30 प्राप्त करने वाले राजस्थान के दिव्यांशु चौधरी का। उन्होंने IAS बनने का सपना पूरा करने के हेतु लाखों की सैलरी वाली जॉब तक छोड़ दी।

राजस्थान के जयपुर शहर के निवासी दिव्यांशु ने 12वीं तक की शिक्षा अपने ही नगर से की। 12वीं के बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स से बीटेक पूरा किया डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने IIM कलकत्ता से MBA किया, यहां से उन्हें अच्छी खासी सैलरी वाली नौकरी करने के बाद उन्होंने अपना इरादा बदला और UPSC की प्रिपरेशन करना आरंभ कर दिया।

दिव्यांशु ने कहा कि उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में सबसे पहले गणित चुना, उनके टीचिंग इतिहास को देखते हुए यह विषय उनके हेतु स्कोरिंग था। कोचिंग मटेरियल के बावजूद उन्होंने इंटरनेट से हेल्प ली और UPSC की प्रिपरेशन की। रिवीजन के सहित ही उन्होंने लगभग 80 से 100 मॉक टेस्ट पेपर प्रैक्टिस किए।

IAS दिव्यांशु द्वारा बताया गया कि वे दिन में 6 से 7 घंटे पढ़ते, उसमे 60 फीसदी वक्त ऑप्शनल सब्जेक्ट की प्रिपरेशन को देते थे। वह दो घंटे तक न्यूज पेपर भी पढ़ते तथा परीक्षा के दिनों में लगभग 8 से 9 घंटे तक पढ़ाई कर लिया करते थे।

UPSC परिक्षा के हेतु प्रिपरेशन के बाद उन्होंने 2019 में पहला प्रयास दिया, परंतु वह एग्जाम में आसफल रहे ।उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारा उनपे कार्य किया तथा प्रिपरेशन की प्लान को बदला। फिर से नोट्स बनाकर सब्जेक्ट के मुताबिक पढ़ाई की। एग्जाम की प्रिपरेशन की प्लानिंग को सिंपल रखा और प्रिपरेशन के समय दबाव को हावी नहीं होने दिया। उन्होंने हर संभव शांत रहने की प्रयास की।

दूसरे प्रयास से पहले बनाई गई दिव्यांशु की रणनीति कारगर रही और उन्होंने UPSC-2020 परीक्षा क्लियर कर 30वीं रैंक प्राप्त की। लाखों की जॉब छोड़ जिस लक्ष्य के पीछे चलने का उन्होंने फैसला किया, वह पूरा हुआ तथा वह अंततः IAS बनकर ही माने।

UPSC परिक्षा की प्रिपरेशन कर रहे कैंडिडेट के हेतु दिव्यांशु ने बताया कि इसके हेतु उन्हें कड़ी परिश्रम की जरूरत होगी। सोच-विचार कर ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनें तथा इंटरनेट पर उपलब्ध कंटेंट का यूज करें। परिक्षा में सफल होने के हेतु अभ्यर्थियों को अधिक से अधिक रिवीजन और लगातार प्रैक्टिस की जरूरत होगी।