MOTIVATIONAL
इंजीनियरिंग छोड़ NCERT किताबों से पढ़ाई कर बनी IAS ऑफिसर, माता–पिता की सलाह से पास की UPSC एग्जाम
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस एग्जाम को लेकर युवा में अलग जोश दिखता है। यही कारण है कि हर साल लाखों छात्र शामिल होते हैं, लेकिन कुछ को ही सफलता मिलती है। हालांकि कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जिनकी जिंदगी एक सलाह से बदल जाती है। ऐसी ही कुछ कहानी हरियाणा के कुरुक्षेत्र की रहने वाली तेजस्वी राणा की है, जिन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद माता-पिता की सलाह पर यूपीएससी में जाने का फैसला किया और दूसरे प्रयास में आईएएस अफसर बनने में सफल रहीं।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र की रहने वाली तेजस्वी राणा बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थीं और उन्होंने 10वीं के बाद 12वीं की परीक्षा भी अच्छे अंक प्राप्त किए। 12वीं के बाद तेजस्वी ने जेईई की परीक्षा दी और इसमें भी सफलता प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
इंजीनियरिंग के दौरान तेजस्वी राणा सिविल सर्विसेज की ओर आकर्षित होने लगी और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा देने का मन बना लिया था परंतु उनके लिए इंजीनियरिंग के बाद यूपीएससी में जाने का फैसला करना आसान नहीं था। इसके बाद उनके माता-पिता ने उनकी मदद की और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल के बाद माता-पिता की सलाह पर यूपीएससी में जाने का फैसला किया।
तेजस्वी राणा इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरा करते ही यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में जुट गईं और कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने साल 2015 में पहली बार एग्जाम दिया, लेकिन वह असफल रहीं। तेजस्वी अपने पहले प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा तो पास कर ली लेकिन वह मेन्स परीक्षा नहीं पास कर पाईं।
पहले प्रयास में हुई गलतियों को ढूंढकर तेजस्वी राणा ने उसमें सुधार किया और दूसरी बार परीक्षा देने का फैसला किया। सही रणनीति और कड़ी मेहनत के बाद तेजस्वी ने साल 2016 में यूपीएससी परीक्षा पास की और ऑल इंडिया में 12वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बनने में सफल रहीं।
तेजस्वी राणा ने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की किताबों पर ध्यान दिया। उनका मानना है कि सिविल सर्विसेस की तैयारी के लिए सबसे पहले एनसीईआरटी की कक्षा 6 से 12 तक की किताबें से अपने बेसिक्स को मजबूत करें। एनसीईआरटी की किताबों से सबसे पहले बेसिक्स मजबूत करें और फिर स्टैंडर्ड बुक्स के साथ तैयारी करें।