Connect with us

BIHAR

अपने पति के सपने को पूरा करने में पत्नी ने दिया पूरा साथ, पहले ही प्रयास में पति ने हासिल की 84वीं रैंक

Published

on

WhatsApp

बिहार लोकसेवा आयोग के परिणाम में सुदामा ने प्रथम प्रयास में ही 84वीं रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त किया। सुदामा इस सफलता का श्रेय अपने पिता, बड़े भाई और अपनी पत्नी नेहा को दिया है।

बिहार लोकसेवा आयोग द्वारा बिहार कृषि सेवा कोटि वन के अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, उपपरियोजना निदेशक, आत्‍मा सहायक निदेशक पदों के लिए बहाली निकली थी, जिसमें सुदामा ठाकुर ने 84वीं रैंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया। दरअसल सुदामा ठाकुर बिहार राज्य में भागलपुर के खरीक प्रखंड के खैरपुर के रहने वाले हैं।

सुदामा ने 10वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय, नागरपाड़ा, भागलपुर से की और जवाहर नवोदय विद्यालय, मधेपुरा से 12वीं की पढ़ाई की। 12वीं की पढ़ाई खत्म करने के बाद कृषि से बीएससी की पढाई तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय से की।इसके बाद उन्‍होंने हैदराबाद से एग्री बिजनेस से एमबीए किया। वर्तमान में वह जोनल मार्केटिंग मैनेजर के तौर पर जबलपुर में पी.आई. इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड कम्पनी में कार्य कर रहे हैं।

उनकी इस सफलता के बाद उनके पिता नरेश मोहन और बड़े भाई शंभू साह ने उन्हें सब्बासी दी। उनकी मां रुक्मिणी देवी, बहन रूबी साथ ही उनकी पत्नी नेहा इस सफलता पर अपनी खुशी जाहिर की। साथ ही उनके रिश्तेदारों ने भी उन्हें बधाई दी। गांव व वहां के आस–पास के लोग के बीच खुशी का माहौल है। सभी ने उम्‍मीद जताई है कि सुदामा बेहतर कार्य कर देश का नाम रोशन करेंगे। 

सुदामा ने बताया कि नवोदय विद्यालय में नामांकन के पूर्व सुदामा अपने गांव के सरकारी विद्यालय में पढ़ते थे। नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए परीक्षा दी। वे सफल हुए और उन्‍होंने वहां षष्ठी कक्षा में अपना नामांकन कराया। सुदामा की शादी दो साल पूर्व मुंगेर में हुई है। सुदामा की सफलता में उनके ससुराल वाले भी काफी खुश हैं।