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IAS Govind Jaiswal: रिक्शे चालक का बेटा बना IAS अधिकारी, जानिए IAS गोविंद की संघर्ष से सफलता तक कि प्रेरणादायक कहानी ।
एक रिक्शेवाले का बेटा आईएएस अफसर बन गया, हर कोई की जुबान पर इसकी चर्चा होती है। साल 2006 में यूपीएससी परीक्षा क्लियर करने के आईएएस बने उत्तर प्रदेश के गोविंद जायसवाल (IAS Govind Jaiswal) को हर कोई जानता है, और वह एक बार फिर से चर्चा में हैं।
आईएएस गोविंद (IAS Govind Jaiswal) की कहानी पर एक फिल्म बन रही है जिसका नाम अब दिल्ली दूर नहीं है। इस फिल्म को 12 मई 2023 को रिलीज किया जाएगा। इस फिल्म के जरिए लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाले गोविंद की कहानी बड़े पर्दे पर दिखाई जाएगी।
गोविंद उन आईएएस अफसरों में गिने जाते हैं, जिन्होंने बचपन से ही काफी संघर्ष कर सफलता की बुलंदियों को छुआ है। अपना बचपन संघर्षों में गुजारने वाले आईएएस गोविंद (IAS Govind Jaiswal) के पिताजी रिक्शा चलाते थे। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई सरकारी विद्यालय से की। फिर दिल्ली आकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने लगे। बेटी की पढ़ाई में पिता का काफी संघर्ष रहा है।
गोविंद (IAS Govind Jaiswal) की आयु बहुत कम थी तब उनकी मां इस दुनिया से चल बसी। गोविंद को पैसे भेजने के लिए चक्कर में पिताजी कई बार आधा पेट खाना खाते थे और इलाज तक नहीं कर पाते थे। गोविंद ने साल 2006 में 22 की उम्र में यूपीएससी एग्जाम में 48 वीं रैंक हासिल कर साबित कर दिया कि मेहनत और लक्ष्य के आगे गरीबी कभी बाधा नहीं बनती है। इस सफलता के पीछे गोविंद का संघर्ष और पिताजी का समर्पण हर किसी के लिए प्रेरणा है।