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IAS बनना था, मम्मी पापा से पूछा तो कहा; छोड़ दो मंत्रालय की नौकरी, ऐसे बनी गांव की लड़की अफसर

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हरियाणा के बहादुरगढ़ की निवासी कनिका राठी द्वारा UPSC एग्जाम में कामयाब होकर आपने गांव का नाम रोशन किया।उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम में 64वीं रैंक प्राप्त कर अपने बचपन के सपने को पूर्ण किया है। कनिका ने UPSC एग्जाम की प्रिपरेशन के हेतु सरकारी नौकरी तक छोड़ दी थी एवं वह अपनी कामयाबी का सारा क्रेडिट अपने माता-पिता एवं आपने परिजनों को देती हैं।

IAS कनिका राठी के पिता एक अभियंता हैं। उनके चाचा डॉ. अनिल राठी सीनियर चिकित्सक हैं। वहीं उनकी मां नीलम त्रिपाठी शिक्षिका हैं। कनिका राठी अपने स्कूल के दिनों से ही बेहद मेधावी छात्रा रही हैं। उन्होंने बहादुरगढ़ के बाल भारती स्कूल से 12वीं पास करने के उपरांत दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से मैथ्स में BSC की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने अशोका यूनिवर्सिटी से लिबरल स्टडीज में PG भी किया है।

IAS कनिका राठी ने वर्ष 2015 में UPSC एग्जाम की प्रिपरेशन आरंभ कर दी थी। उन्होंने दिल्ली के करोल बाग स्थित एक इंस्टीट्यूट में UPSC एग्जाम की प्रिपरेशन आरंभ कर दी थी। वर्ष 2016 तथा 2017 में फेल होने के उपरांत उन्होंने गवर्नमेंट जॉब की प्रिपरेशन आरंभ कर दी।

वर्ष 2019 में कनिका राठी को होम मिनिस्ट्री में नौकरी मिल गई। पटना के IB डिपार्टमेंट में कुछ वक्त तक गवर्नमेंट जॉब के उपरांत उन्होंने अपने माता-पिता से सलाह-मशविरा कर रेजिग्नेशन दे दिया। उन्होंने 30 अप्रैल 2022 को अपना यूपीएससी इंटरव्यू दिया एवं उसका परिणाम 30 मई 2022 को आया। यूपीएससी एग्जाम में 64वीं रैंक प्राप्त कर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अंत में उन्होंने आपने चौथे अटेम्प्ट में एग्जाम पास कर लिया और IAS बन गईं।

IAS कनिका राठी को गार्डनिंग एवं पेंटिंग की भी बहुत ही सौखिन है। वह दिन में 5-6 घंटे पढ़ाई करती थीं एवं आपने कड़ी परिश्रम और रिवीजन को ही कामयाबी का आधार मानती थीं। वह एक वर्ष कोचिंग के लिए गईं, परंतु उसके उपरांत उन्होंने सेल्फ स्टडी को अधिमान दिया। पढ़ाई के हेतु उन्होंने यूट्यूब पर ट्यूटोरियल्स की भी सहायता ली।