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स्टार ऑलराउंडर इरफान पठान की कहानी, गरीबी से निकलकर बनाई अपनी पहचान बने ‘स्विंग’ के ‘किंग’।
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी और निचले क्रम में धुरंधर बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। 27 अक्टूबर 1984 को बड़ौदा (गुजरात) में जन्मे इरफान पठान ने वर्ष 2003 में भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। वह बेहतरीन तेज गेंदबाजी के दम पर मैच पलटने की काबिलियत रखते थे।
इरफान की फैमिली क्रिकेट से ताल्लुकात रखती है। उनके बड़े भाई यूसुफ पठान भी स्टार ऑलराउंडर रहे हैं और भारतीय टीम के लिए दर्जनों मैच खेले हैं। उनके पापा महमूद खान पठान क्लब क्रिकेट में खेला करते थे। इरफान ने बचपन से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।
इरफान बाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे, उनके पास दोनों ओर से स्विंग कराने की क्षमता थी। निचले क्रम में इस तरह बल्लेबाजी करने में सक्षम थे। आईसीसी वर्ल्ड टी20 कप 2007 के फाइनल मुकाबले में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 3 विकेट चटकाए और भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण रोल अदा किया, जिसके चलते उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया।
इरफान ने टेस्ट फॉर्मेट में भी कई कारनामे किए। उन्होंने वर्ष 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक विकेट और साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 61 रन देकर पांच विकेट चटकाया। उन्हें साल 2004 में आईसीसी इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर के अवार्ड से नवाजा गया था।