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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने आईजीआईएमएस हॉस्पिटल को लेकर किया ये बड़ा ऐलान

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पटना के आईजीआईएमएस में अगले तीन साल में तीन हजार बेड की क्षमता पर काम किया जा रहा है। शुक्रवार के दिन विधानसभा में राजद पार्टी के डॉ रामानुज प्रसाद के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इसकी जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आईजीआईएमएस में बेड की समस्या देखी गई है। वर्तमान में आईजीआईएमएस में 11 सौ बेड हैं। पांच सौ बेड की अतिरिक्त क्षमता उपलब्ध कराए जाने का काम अंतिम चरण में है। वहीं 12 सौ बेड उपलब्ध कराए जाने का काम भी आरंभ हो गया है।

राजद विधायक ने सवाल करते हुए कहा कि आईजीआईएमएस के इमरजेंसी एवं ट्र्रामा सेंटर गेट पर हर दिन गंभीर मरीजों के एंबुलेंस खड़े रहते हैैं। बेड नहीं मिलने की स्थिति में इनमें कई को निजी अस्पताल का रुख करना पड़ता है। डॉक्टरों की नियुक्ति पर सवाल के जबाव में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा पीजी, डिप्लोमा उत्तीर्ण विद्यार्थियों का परीक्षाफल पिछले वर्ष दिसंबर में प्रकाशित किया गया था। इनमें 312 को विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में भेजा गया है। शेष 138 चिकित्सकों के संस्थान आवंटन प्रक्रियाधीन है।

आईजीआईएमएस में रजिस्ट्रेशन के लिए अधिकतम सीमा में बढ़ौती की गई है। अब केवल सुपरस्पेशिलिटी विभागों में ही निर्धारित सीमा लागू रहेगी जिसमे भी 150 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। शुक्रवार को निदेशक डा. बिभूति प्रसन्न सिन्हा की अध्यक्षता में कमेटी ने बैठक कर निर्णय लिया। शनिवार से सामान्य विभागों में दोपहर 12:30 बजे तक आने वाले सभी मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा।

सुपरस्पेशलिटी विभाग गैस्ट्रो सर्जरी, गैस्ट्रो मेडिसिन, यूरोलाजी, न्यूरोलाजी, नेफ्रोलाजी, सीटीवीएस, कार्डियोलाजी, रिप्रोडक्टिव मेडिसिन, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में 150 रजिस्ट्रेशन की अधिकतम सीमा तय की गई है। शेष विभागों में अधिकतम सीमा की बाध्यता खत्म कर दी गई। डा. मनीष मंडल ने बताया कि अब एक दिन पहले सभी विभागों में आनलाइन 30 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो सकता है। शेष रजिस्ट्रेशन सीधे काउंटर के माध्यम से किए जाएंगे। अब यहां विभिन्न विभागों में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए पैकेज सिस्टम के माध्यम से उपचार को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई।