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वर पक्ष के कायल हुए दुल्हन वाले, ड्राइवर के दूल्हे बेटे ने लौटाए शगुन टीके के 11 लाख रुपए

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राजस्थान में लोग अब दहेज के खिलाफ जागरूक हो रहे हैं। बहुत से उदाहरण सामने आ रहे हैं जिनमें युवा दहेज के खिलाफ खड़ी होने लगे हैं। यह कई समाजों में देखने को मिल रही है। हाल ही में जयपुर में आयोजित एक शादी समारोह में सीकर निवासी दूल्हे हितेश शेखावत ने वधू पक्ष की ओर से बतौर शगुन टीके में दिये गये 11 लाख रुपये लौटाकर नई मिसाल कायम की है।

राजस्थान के जयपुर में आयोजित शादी समारोह में वर पक्ष ने शगुन की 11 लाख रुपये की राशि लौटाकर वधू पक्ष को कायल कर दिया है। यह मामला शेखावाटी के सबसे बड़े जिले सीकर से जुड़ा है। सीकर जिले के खंडेलसर गांव निवासी दूल्हे हितेश सिंह शेखावत और उनके पिता मांगू सिंह शेखावत ने वधू पक्ष की ओर से सामेला में शगुन के तौर पर दूल्हे को दिये गये टीके के 11 लाख रुपये ससम्मान लौटाकर नयी मिसाल कायम की है। जानकारी के अनुसार दूल्हे के पिता परिवहन विभाग में महज ड्राइवर के पद पर तैनात हैं। लेकिन मांगू सिंह ने छोटे पद पर रहते हुये समाज के लिये बड़ी मिसाल कायम की है। यह शादी भी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।

जानकारी के अनुसार 10 फरवरी के दिन हितेश शेखावत की शादी नागौर के पर्वतसर इलाके के रुणिचा गांव निवासी महेन्द्र सिंह राठौड़ के पुत्री बिट्टू कंवर के साथ की गई। हितेश ने बीटेक किया है और फिलहाल वो कम्पीटिशन की तैयारी कर रहे है। हितेश का बड़ा भाई जयपुर में कोर्ट में बाबू के पद पर कार्यरत हैं। मांगू सिंह बीएसएफ से रिटायर्ड हैं और वर्तमान में जिला परिवहन विभाग सीकर में चालक के पद पर पदस्थापित हैं।

दूसरी तरफ वधू बिट्टू के पिता महेन्द्र सिंह राठौड़ का प्रोपर्टी का कारोबार है। महेन्द्र सिंह की दो बेटियां हैं। बिट्टू उनकी बड़ी बेटी है। महेन्द्र सिंह ने अपनी बेटी का विवाह काफी धूमधाम से किया है। उन्होंने बारात के आने के बाद आयोजित सामेला में बतौर शगुन दूल्हे हितेश को शगुन में 11 लाख रुपये भेंट किये। लेकिन दूल्हे हितेश और उनके पिता ने मांगू सिंह वधू पक्ष से माफी मांगते हुये यह रकम लेने से इनकार कर दिया और सम्मान के साथ वापस लौटा दी।

समाज के लोगों के बीच हुई इस रस्म के प्रति वर पक्ष का व्यवहार देखकर वधू पक्ष भावुक हो गया। शादी समारोह में उपस्थित लोगों ने इसे समाज के लिये एक अनुकरणीय पहल बताया। ड्राइवर जैसे छोटे पद पर होने के बावजूद मांगू सिंह और उनके पुत्र जिस तरह से सहदृयता और बड़े दिल का परिचय दिया उससे वहां मौजूद सभी लोग उनके कायल हो गये।

हाल में जयपुर में आयोजित एक शादी समारोह में भी प्रोपर्टी कारोबारी विजय सिंह राठौड़ के बेटे शैलेन्द्र सिंह ने भी शगुन टीके के 11 लाख रुपये लौटा दिये थे। यह शादी 5 फरवरी को आयोजित हुई थी। वहीं उसके बाद सीकर जिले के दिवाराला में आयोजित एक शादी समारोह में नागौर जिले के लाडनूं तहसील के कोयल गांव निवासी राजेंद्र सिंह राठौड़ के बेटे प्रताप सिंह ने भी 9 फरवरी को हुई अपनी शादी में टीके में भेंट किये गये 2.51 लाख रुपये ससम्मान वापस लौटा दिये थे। प्रताप सिंह वर्तमान में निजी क्षेत्र में भीलवाड़ा में कार्यरत रहते हैं।