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BIHAR

रात में कारखाना चलाने पर मिलेगी सस्ती बिजली, टीओडी में बदलाव का प्रस्ताव विनियामक आयोग को सौंपा

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बिजली कंपनी ने टीओडी में बदलाव का प्रस्ताव बिहार विद्युत विनियामक आयोग को दिया है जिसके तहत बिजली कंपनी ने दिन के बदले रात में फैक्ट्री चलाने वालों को सस्ती बिजली देने का निर्णय लिया गया है। कारोबारियों को सामान्य बिजली दर की तुलना में 15 फीसदी कम पैसे देने होंगे। 

राज्य के छोटे-बड़े उद्योग वाले कारोबारियों को अलग-अलग दर पर बिजली मिलने का प्रावधान है। इसके तहत पीक पीरियड में महंगी तो ऑफ पीक पीरियड में सस्ती बिजली दी जा रही है। जबकि सामान्य अवधि में कारोबारियों को सामान्य बिजली दर का भुगतान करना होता है। एक ही दिन में अलग-अलग समय में बिजली देने को कंपनी ने टीओडी का नाम दिया है।

बिजली कंपनी नए सिरे से टीओडी को निर्धारित करेगी।
बिजली कंपनी की ओर से बिहार विद्युत विनियामक आयोग को प्रस्ताव सौंप दिया गया है। आयोग की मुहर लगते ही एक अप्रैल 2022 से यह आदेश लागू हो जाएगा। कंपनी के इस आदेश का लाभ बहुत से उद्योगपतियों को होगा।

इस प्रस्ताव में कहा गया कि सभी बड़े–छोटे उद्योगपति के साथ पब्लिक वाटर्स यूजेज के उपभोगता पर यह नियम लागू होगा। मौजूदा व्यवस्था के तहत सामान्य अवधि रात 11 बजे से सुबह 11 बजे है। इसे बदलकर सुबह के पांच बजे से शाम पांच बजे तक करने का प्रस्ताव विनियामक आयोग को दिया गया है। सामान्य अवधि में उद्योग चलाने पर कारोबारियों को वही बिजली दर देनी होगी जितनी श्रेणी का उनका कनेक्शन होगा। वहीं, ऑफ पीक अवधि में बिजली का उपभोग करने पर कारोबारियों को सामान्य दर से 15 फीसदी कम यानी 85 फीसदी ही बिजली दर का भुगतान करना होगा। जबकि पीक पीरियड यानी शाम पांच बजे से रात 11 बजे के बीच उद्योग चलाने के लिए बिजली उपभोग करने पर कारोबारियों को अधिक पैसे खर्च करने होंगे।

सामान्य दर की तुलना में कारोबारियों को 20 फीसदी अधिक यानी 120 फीसदी बिजली दर का भुगतान करना होगा।  उत्तर बिहार की तुलना में दक्षिण बिहार में कारोबारियों की संख्या अधिक है। 31 मार्च 2021 तक साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधीन 66 हजार 822 छोटे कारोबारी तो बड़े कारोबारियों की संख्या 4895 है।

इसके अलावा 200 पीडब्ल्यूडब्ल्यू कनेक्शन है। वहीं, नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधीन छोटे कारोबारियों की संख्या 53 हजार 891 है। वहीं बड़े कारोबारी और पीडब्ल्यूडब्ल्यू कनेक्शन की संख्या 1200 से अधिक है।