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राजस्थान के आईएएस ने अपने कामों से लोगों को किया प्रभावित, अन्य लोगों के लिए बने मिसाल

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जयपुर: आईएएस अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश ने अपने काम करने के तरीके से लोगों को कॉफी प्रभावित किया है। राजस्थान के बाड़मेर के मूल निवासी और असम कैडर के आईएएस ओमप्रकाश ने पांच साल राजस्थान में अलग-अलग पदों पर पूरी गम्भीरता से काम किया। कृषि आयुक्त की ज़िम्मेदारी में ओमप्रकाश ने अपने काम से सरकार की योजनाओं से आम किसानों को काफी लाभ पहुंचाया है।

उनकी कार्य करने के तरीके के कारण ही कृषि विभाग में मंत्री और सचिव से लेकर कृषि विभाग का स्टाफ ओमप्रकाश के मुरीद हैं। पांच साल का डेपुटेशन पूरा होने के बाद जब डॉ. ओमप्रकाश का वापस अपने मूल कैडर में लौटने का समय आया तो विभाग के मंत्री लालचन्द कटारिया के साथ ही दूसरे अधिकारी और कर्मचारियों ने भी उनकी विदाई को यादगार बना दिया।

डॉ ओमप्रकाश ने पांच साल में अलग-अलग विभागों में काम संभाला। उनका सबसे लम्बा कार्यकाल उनका कृषि आयुक्त के रूप में रहा। पांच साल का डेपुटेशन पूरा होने पर पंत कृषि भवन में उन्हें शॉल पहनाकर और उनके काम का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार ने ओमप्रकाश की कार्यशैली की तारीफ की। कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि डॉ. ओमप्रकाश ने कृषि आयुक्त के रूप में करीब पौने तीन साल तक सेवाएं दीं।

कटारिया ने कहा कि कृषि आयुक्त के रूप में ओमप्रकाश ने काम करते हुए किसानों की मदद की। इनकी कार्यप्रणाली की वजह से किसानों को समय पर फसल बीमा योजना का क्लेम देने, टिड्डी का सफलतापूर्वक प्रबंधन, कोविड काल में लाखों घंटे फ्री रेंटल ट्रैक्टर सेवा, खाद-बीज का बेहतर प्रबंधन और राज किसान साथी पोर्टल से विभिन्न अनुदानित योजनाओं का काश्तकारों को लाभ पहुंचाने में सफल हो सके।

उद्यानिकी विभाग के आयुक्त मेघराज सिंह रत्नू, बीज निगम के प्रबंध निदेशक जसवंत सिंह, कृषि विभाग के संयुक्त शासन सचिव डॉ. एसपी सिंह और कृषि मंत्री के विशिष्ट सहायक विभु कौशिक सहित कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। डॉ ओमप्रकाश ने साल 2017 में डेपुटेशन पर आने के बाद आरएसीपी प्रोजेक्ट डायरेक्टर के साथ बीज निगम, उद्यानिकी आयुक्त और कृृषि विपणन विभाग के आयुक्त का पद भी संभाला है।