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BIHAR

मार्च महीने में ही बिहार के तापमान में वृद्धि, 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा तापमान, अभी और बढ़ेगा तापमान

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बिहार के तापमान में लगातार वृद्धि होते जा रही है। मार्च महीने में है काफी गर्मी महसूस होने लगी है। इससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि मई और जून के महीने में और अधिक गर्मी बढ़ सकती है। वहीं रविवार के दिन बांका राज्य का सर्वाधिक गर्म स्थान रहा जहां का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा गया।

विगत कुछ दिनों में बिहार के तापमान में काफी तीव्र गति से बदलाव देखा जा रहा है। यहां के तापमान में वृद्धि होने की वजह से अधिक गर्मी महसूस हो रही है। चैत्र महीने की शुरुआत में ही जो गर्मी महसूस हो रही है उससे अंदेशा लगाया गया है कि ज्‍येष्‍ठ और आषाढ़ महीने में इससे अधिक गर्मी होगी। रविवार के दिन बांका बिहार का सर्वाधिक गर्म वाला स्थान रहा जहां का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं डॉक्टरों द्वारा इस तेज गर्मी में सेहत को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।

रविवार के दिन बिहार का औसतन तापमान 36 डिग्री से 38 डिग्री सेल्सियस के पास दर्ज किया गया है। पटना के तापमान में भी वृद्धि देखी गई और यहां का अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं हरनौत, बक्सर एवं बेगूसराय का तापमान भी अधिक रहा जहां 39 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। सहरसा का अगवानपुर सबसे कम तापमान वाला क्षेत्र रहा जहां का तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आने वाले पांच दिनों तक बिहार का मौसम शुष्क रहने की आशंका है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि बिहार के मौसम में काफी तेजी से बदलाव आ रहा है। तापमान में लगातार वृद्धि होने के कारण गर्मी बढ़ती जा रही है।

वर्तमान समय में बिहार के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही और काफी गर्मी महसूस हो रही है। इसी कारण से डॉक्टरों ने बच्चों को तेज धूप से बचाने की सलाह दी है। पीएमसीएच के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डा.राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि दोपहर में बिहार के तापमान में काफी वृद्धि हो जा रही है। इस परिस्थिति में सभी माता–पिता को अपने बच्चों को लेकर काफी सावधान रहने की जरूरत है। तेज धूप में बच्चों को खुले सिर घर से बाहर न निकालें। ज्यादा देर तक तेज धूप में रहने पर भी बच्चों को काफी परेशानी हो सकती है। दोपहर में बच्चों को छांव में रखने का प्रयास करें। बच्चों को सुबह-शाम में ही घर से बाहर खेलने के लिए भेजें।