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मां की बातों ने किया काफी प्रभाव, बेटी बनी एनडीए टॉपर; पढ़े पूरी कहानी

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विगत दिन ही एनडीए एग्जाम का परिणाम घोषित किया गया। इसमें शनन ढाका देश की प्रथम महिला बैच की टॉपर बनी। शनन बताती हैं कि उनका परिवार एक बार दंगल फिल्म देखने गई जिसके बाद उसकी मां हमेशा एक डायलॉग बोलते रहती थी। वह कहती थी कि ये बात मेरे समझ में न आई कि गोल्ड तो गोल्ड होता है, छोरा लावे या छोरी। उसी दौरान शनन ने फैसला किया कि वह इस चीज को करके दिखाएंगी।

वर्ष 2020 में ऑनरी नायब सुबेदा विजय कुमार ढाका रिटायर हुए जिसका सपना था कि उनके बच्चे फौज में सेवा करे। इसीलिए जोनन, शनन और आशिन, उनके तीन बेटियों ने अपनी पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल से पूरी की। शनन बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। शनन ने अपनी शुरुआती पढ़ाई आर्मी पब्ल‍िक स्कूल रुड़की, जयपुर और 12वीं आर्मी पब्लिक स्कूल चंडी मंदिर से की।

12वीं की पढ़ाई के बाद शनन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज में बीए प्रोग्राम के लिए नामांकन कराया। वह बताती हैं कि वे बचपन से ही एक आर्मी ऑफिसर बनना चाहती थी। उन्होंने देखा कि सेना पर लोगों का काफी भरोसा होता है। सेना की ट्रेनिंग व्यक्त‍ि को शारीरिक और भावनात्मक दोनों रूप में मजबूत बनाती है।

शनन काफी खुश हुई जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आर्मी में एनडीए से पहले बैच के चयन की घोषणा हुई।
इसके बाद उन्होंने एनडीए के सिलेबस को देखा और विगत वर्षों के पेपर को सॉल्व करने की शुरुआत की जिसमें विभिन्न प्रकार के सवाल थे। इसके लिए उन्होंने अलग अलग किताबों से तैयारी की। शनन ने सेल्फ स्टडी कर इसकी तैयारी की। उन्होंने 12वीं में 98 पर्सेंट और 10वीं में 97.4 पर्सेंट अंक हासिल किए थे।

इसके अतिरिक्त शनन खुद को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन सुबह वाकिंग, जॉगिंग और स्किपिंग आदि करती थी। वह नियमित रूप से वॉक करती हैं और खाना भी सीमित रखा है जिससे अधिक पोषण मिले।

एक बार उनके स्कूल में एनडीए के लिए मॉक टेस्ट लिए जा रहे थे। परंतु उस समय केवल लड़के ही इसमें शामिल हो सकते है और शनन को इस बात का बेहद अफसोस हुआ। कुछ वक्त बाद सेना भर्ती में नये बदलाव किए गए जिसके तहत लड़कियां भी शामिल हो सकती हैं। इसके बाद शनन ने एनडीए की प्रवेश परीक्षा में प्रथम और ओवरऑल एनडीए की परीक्षा में दसवीं रैंक हासिल की। इस साल पहली बार परीक्षा को पास करने वाले महिला कैडेटों को प्रवेश मिलेगा।

शनन बताती हैं कि एनडीए की परीक्षा बहुत ज्यादा कठ‍िन या असंभव परीक्षा नहीं है। सामान्य लड़कियां इसे आसानी से कर सकती हैं। वो बताती हैं कि मुझे इस परीक्षा को पास करने के लिए मेरी मम्मी और मौसी ने बहुत प्र‍ेरित किया। उन्होंने इसका श्रेय उन्हीं को दिया है।

एनडीए प्रवेश परीक्षा के लिए 5,75,856 आवेदन किया गए थे जिसमें से 1,77,654 गर्ल शामिल थे। इनमें से आर्मी के लिए 10, वायु सेना के लिए 6 और नौसेना के लिए 3 कैडेट का चयन किया जाएगा। एकेडमी की तरफ से बयान आया कि तीन साल तक इन कैडेट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। शनन की इस उपलब्धि के बाद खुशी का माहौल है।