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महात्मा गांधी सेतु पुल के पूर्वी लेन का निर्माण कार्य पूर्ण, महीने के इस दिन से होगा वाहनों का परिचालन

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महात्मा गांधी सेतु पुल के पूर्वी लेन का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण पर है। इस महीने के अंत तक यहां वाहनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। वहीं आने वाले हफ्ते में पुल का लोकार्पण किया जाना है लेकिन इसके लिए तिथि तय नहीं की गई है। अंदेशा है कि इस लोकार्पण समाराेह में सीएम नीतीश कुमार के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद होंगे। फिलहाल पश्चिमी लेन से ही दोनों ओर से वाहनों का परिचालन हो रहा हैं। इसकी वजह से कभी-कभी काफी देर तक जाम लगी रहती है।

पूर्वी लेन की शुरुआत होते ही पटना और हाजीपुर की दूरी को केवल 15 मिनट में तय किया जा सकेगा। विभागीय अफसरों के अनुसार 31 मई तक पूर्वी लेन के शेष कार्य को पूर्ण कर दिया जाएगा। साथ ही वाहनों का परिचालन भी शुरू हो जाएगा। दाेनाें लेन के शुरू होने के पश्चात वन-वे ट्रैफिक का संचालन होगा। 5.575 किमी लंबे गांधी सेतु की मजबूती के लिए विशेष डिजाइन तैयार किया गया। इस पुल के 46 पायों को हेड गार्डर के माध्यम से जोड़ा गया है। पूर्वी लेन के बीच वाले हिस्से में लगभग 100 मीटर की बाउंड्री वाॅल का काम अभी भी शेष है जिसे एक दिन में पूरा कर दिया जाएगा। इसी प्रकार से कुछ हिस्सों में एक्सपेंशन जॉइंट का काम शेष है जिसे एक हफ्ते में ही खत्म कर दिया जाएगा। इसके बाद रंग-रोगन के साथ अन्य सभी कार्य 15 से 20 दिनों में पूर्ण कर लिया जाएगा।

गांधी सेतु पुल को 42 महीनों में पूरा किया जाना था। परंतु कोरोना काल की वजह से इसके कार्य में देरी हुई और चार वर्ष का अधिक समय लगा। पुल के जर्जर होने के पश्चात सबसे पहले पश्चिमी लेन को तैयार किया गया। 30 जून 2020 के दिन इस पुल का लोकार्पण किया गया था। इसके बाद ही पूर्वी लेन के निर्माण की शुरुआत की गई। 1382 करोड़ रुपए की लागत के साथ वर्ष 2017 में इसके निर्माण के लिए अनुबंध हुआ था। पुल का फिर से निर्माण करने के लिए एजेंसी द्वारा ट्रैफिक वॉल्यूम का सर्वे किया। साल 2016 में एक दिन में इस सेतु से गुजरने वाले वाहनों की संख्या 64 हजार थी। लेकिन वाहनों की संख्या में वृद्धि होने से एक मिनट में 52 वाहन पुल से गुजारते हैं और 24 घंटे में 74,880 वाहन गुजर रहे हैं।

पूर्व ट्रैफिक एसपी पीके दास ने जानकारी दी कि गांधी सेतु पुल के दोनों लेन की शुरुआत होने के बाद 30 से 40 वर्षों तक जाम से छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे। इस पुल पर गाड़ी राेकने पर पूरी तरह से रोक लगाना होगा। दोनों छोर पर चेकिंग पाॅइंट के नाम पर गाड़ियों को रोकने की व्यवस्था बंद होनी चाहिए। ओवरटेकिंग करने वाले वाहनों से जुर्माना लिए जाए। पुल पर वाहन के खराब होने पर उसे जल्द ही हटाने की व्यवस्था की जाए। साथ ही सीसीटीवी कैमरे लगाकर ट्रैफिक कंट्रोल की मॉनिटरिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। महात्मा गांधी सेतु के समानांतर फोर लेन पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल के निर्माण कार्य को साल 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात पटना और हाजीपुर के बीच 8 लेन की सुविधा उपलब्ध होगी।