BIHAR
बिहार के पश्चिम चंपारण के धीरज कुमार को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
योगापट्टी प्रखंड के चौमुखा वार्ड संख्या 6 में रहने वाले राजबली यादव का बेटा धीरज कुमार(14) को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के ज़रिए बाल शक्ति पुरस्कार से प्रतिष्ठित किया गया। प्रधानमंत्री डिजिटली ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के जरिए से पश्चिम चम्पारण जिले के धीरज कुमार के साथ ही देश के 21 राज्यों के 29 बच्चों से जुड़े। बालवीरों के हिम्मत की प्रसंशा की।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार नवाचार, वीरता, शैक्षणिक उपलब्धि, समाज सेवा, कला और संस्कृति और खेल के एरिया में उत्कृष्ट प्रोफोमेंस देने वाले 05-18 उम्र के बच्चों को महिला और बाल विकास मंत्रालय, इंडियन गवर्नमेंट जरिए प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में पदक, प्रशस्ति पत्र के सहित एक लाख रुपये की धनराशि भी मिलती है। डिजिटली ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के जरिए से पुरस्कार प्रदान करने के लिए स्थानीय स्तर पर एनआइसी के सभागृह में प्रबंध की गई थी जहां धीरज कुमार के सहित उनके माता-पिता, भाई-बहन साथ ही जिलाधिकारी कुंदन कुमार, अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह हाज़िर थे।
प्रधानमंत्री ने धीरज कुमार से बातचीत भी किया गया। धीरज के साथ हुई दुर्घटना के बारे में जाना। उन्होंने धीरज से पूछा कि घटना के समय आपको भय नहीं लगा। धीरज ने बोला कि उस समय मेरे दिमाग में केवल मेरा भाई ही दिखाई दे रहा था, उसकी जान किसी प्रकार से भी बचानी थी। प्रधानमंत्री द्वारा पूछा गया कि आप बड़ा होकर क्या बनना चाहते हैं आपका लक्ष्य क्या है । धीरज ने बोला कि मैं फौजी बनकर भारत की सेवा करना चाहता हूं। बता दे, कि धीरज कुमार उत्क्रमित मिडल स्कूल, चौमुखा में कक्षा 8 का स्टूडेंट है।
पिछले 1 अक्टूबर .2020 को करीब दोपहर 2 बजे धीरज अपने छोटे भाई नीरज के सहित भैंसो को नहलाने गंडक नदी गया था। भैंसों को नहलाने के समय में नीरज पर एक मगरमच्छ ने आक्रमण कर दिया। धीरज ने हिम्मत का परिचय देते हुए छोटे भाई को मगरमच्छ से लड़कर बचाया। उस वक्त वह बुरी तरीके से जख्मी हो गया था। लगभग एक महीने के देखभाल के बाद धीरज स्वस्थ हुआ था। धीरज की इस हिम्मत , बहादुरी को लेकर जिला बाल संरक्षण इकाई, की तरफ से राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करने की सिफारिश की गई थी।