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बिहार विद्युत विनियामक आयोग द्वारा दी गई मंजूरी, 210 मेगावाट हाइब्रिड बिजली की होगी खरीदारी

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सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से 210 मेगावाट गैर परंपरागत बिजली की खरीदारी की जाएगी। बिहार की दोनों बिजली वितरण कंपनियों को बिहार विद्युत विनियामक आयोग के द्वारा इसकी मंजूरी दी गई। इन दोनों कंपनियों के द्वारा पीक आवर में इसका उपयोग किया जाएगा। 6.12 रुपए प्रति यूनिट के दर से यह हाइब्रिड बिजली 25 वर्षों के लिए उपलब्ध रहेगी। नॉर्थ और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई हुई। इस सुनवाई में फैसला लेते हुए आयोग ने कहा कि कंपनियां अतिरिक्त अनुबंधित पारंपरिक ऊर्जा का उपयोग करते हुए उपभोक्ताओं पर बिजली खरीद लागत को कम करने का प्रयास करेगा।

समझौते के अनुसार पीक आवर में कंपनियों को 6.12 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध होगी। वहीं ऑफ पीक आवर में यह आंकड़ा घटकर 2.88 रुपए प्रति यूनिट हो जाएगा। पीक आवर सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 9 बजकर तीस मिनट और शाम में 5:30 से रात में 12:30 निर्धारित होगा। इसके अलावा शेष बचा समय ऑफ पीक आवर में रखा जायेगा।

बिहार राज्य देश के अन्य राज्यों की तुलना में गैर परंपरागत ऊर्जा के क्षेत्र में बेहद पीछे है। नियम के अनुसार राज्य में बिजली की कुल खपत का 17 प्रतिशत गैर परंपरागत ऊर्जा का होना आवश्यक है। बिहार का इस क्षेत्र में पीछे होने से नुकसान भी होता है। सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से खरीद कर इसकी पूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही बिहार में भी कजरा में 200 मेगावाट और पीरपैंती में 250 मेगावाट सौर पावर प्लांट की स्थापना की जा रही है। इस प्रयास से बिहार के औद्योगिकरण में सहायता मिलेगी। केंद्र सरकार द्वारा राज्यों के लिए निर्धारित रिन्यूएबल परचेज ऑब्लिगेशन को भी पूरा किया जा सकेगा।