Connect with us

BIHAR

बिहार राज्य में बंद आयुर्वेदिक कॉलेजों में नामांकन शुरू करने की तैयारी, इन दो संस्थानों से की जायेगी शुरुआत

Published

on

WhatsApp

स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिहार में काफी समय से बंद पड़े आयुर्वेदिक कॉलेजों में एक बार फिर नामांकन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। विभाग ने कोरोना के दौरान बड़ी संख्या में लोगों का रुझान आयुष की ओर बढ़ता देख बंद कालेजों में वापस पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव बनाया था, जिसे मंत्रिमंडल की स्वीकृति भी मिल चुकी है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दरभंगा, बक्सर और भागलपुर स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कालेज में नामांकन बंद है। इन संस्थानों में इस सत्र से नामांकन शुरू करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।

दरभंगा आयुर्वेदिक कालेज में 38 सीटों पर नामांकन लिए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसी प्रकार बेगूसराय में भी 38 सीटों पर नामांकन करने की तैयारी है। सेंट्रल काउंसिल आफ इंडियन मेडिसीन के प्रस्ताव पर सहमति देते ही नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।   

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभी बंद पड़े संस्थानों में कार्य शुरू होने और आयुष चिकित्सा क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बंद संस्थानों में आवश्यक आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है। दरभंगा और बेगूसराय आयुर्वेद कालेज में 120 सीट पर नामांकन के लिए और 150 बेड के अस्पताल के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की गई है। इन दो कालेजों के बाद राजकीय आयुर्वेदिक कालेज अस्पताल, बक्सर और राजकीय आयुर्वेदिक कालेज, भागलपुर में नामांकन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। 

स्‍वास्थ्य विभाग ने आयुष निदेशालय में खाली पड़े तीन पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। निदेशालय में निदेशक के साथ उप निदेशक और उप निदेशक का पद रिक्त था। तीनों पदों पर नियुक्ति कर दी गई है। आदेश के मुताबिक जिला देसी चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर सारण में पदस्थापित डा. राजेश्वर प्रसाद सिंह को कार्यकारी व्यवस्था के तहत आयुष निदेशालय में निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है। इनके अलावा राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि निर्माणशाला में प्रबंधक के रूप में तैनात डा. विश्वनाथ राय को निदेशालय में उप निदेशक और भागलपुर में जिला देशी चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर तैनात डा. प्रदीप कुमार अग्रवाल को उप निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।