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BIHAR

बिहार में सामान्य हुआ बिजली संकट, एनटीपीसी की बंद इकाई को किया गया ठीक

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नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन की चार इकाइयों में बायलर ट्यूब लीकेज के कारण बिहार में बिजली संकट उत्पन्न हो गई थी। उत्पन्न बिजली संकट गुरुवार के दिन सामान्य हो गया। इकाइयों में हुए बीटीएल के ठीक होने की जानकारी एनटीपीसी द्वारा दी गई। बिजली आपूर्ति का कार्य फिर से शुरू हो गया है। बिहार में कुछ जगहों पर बारिश के कारण बिजली की मांग में कमी हुई है। बिजली कंपनी ने बताया कि बिजली की मांग 62 सौ मेगावाट से घटकर 54 सौ मेगावाट हो गया है। एनटीपीसी से 47 सौ मेगावाट की आपूर्ति है और वहीं शेष आपूर्ति अन्य माध्यमों से की जा रही है।

बरौनी में स्थित एनटीपीसी की उत्पादन इकाई, फरक्का की दो यूनिट के साथ कहलगांव की एक यूनिट में बीटीएल के कारण उत्पादन बंद हो गया था। विगत दो तीन दिन में बिजली की मांग 62 सौ मेगावाट हो गई परंतु कम आपूर्ति के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार फरक्का और बरौनी यूनिट को ठीक कर बिजली आपूर्ति का कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं आशंका है कि कहलगांव यूनिट से गुरुवार को देर रात तक आपूर्ति कार्य शुरू हो जाए।

बिजली कंपनी के अनुसार बिजली की मांग अधिक होने की वजह से उसकी आपूर्ति नहीं हो पा रही। इस स्थिति में पावर एक्सचेंज से 12 रुपए प्रति यूनिट की दर पर बिजली की खरीदारी कर बिजली की आपूर्ति की गई। भूटान की पनबिजली इकाइयों द्वारा भी पर्याप्त मात्रा में बिजली का उत्पादन नहीं हो रहा। इस बात की जानकारी बिजली कंपनी के संबंधित अधिकारियों द्वारा दी गई। इसी कारण से वहां से भी बिजली की आपूर्ति में कमी है। मिली जानकारी के अनुसार यह दावा लगाया गया कि अगले महीने तक आपूर्ति सामान्य हो जायेगी। एनटीपीसी ने बताया कि बिजली के उत्पादन में कमी आने की वजह कोयले की संकट नहीं है। वहीं पूर्वी क्षेत्र में उनकी उत्पादन इकाइयों को कोयले का कोई संकट नहीं है।