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बिहार में फॉरेस्ट क्लीयरेंस के इंतजार में अटकी ये 4 सड़कें, क्लीयरेंस मिल जाने पर 2023 तक हो जाएंगी पूरी

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राज्य में चार NH प्रोजेक्ट्स फॉरेस्ट क्लीयरेंस प्रतीक्षा में अटकी हुई हैं। NHAI द्वारा राज्य के एनवायरमेंट, वन जलवायु परिवर्तन डिपार्टमेंट के ऑफिसर को लेटर लिख कर फॉरेस्ट क्लीयरेंस मांगा है। उसके मिल जाने के उपरांत इन पाथ प्रोजेक्ट्स को बनवाने का कार्य अगले वर्ष तक पूरा हो जायेगा। उससे आम लोगों को आवाजाही में व्यस्था होगी। फॉरेस्ट क्लीयरेंस के प्रतीक्षा में अटकी पाथ में छपरा में NH-331 (पुराना-101), बिक्रमगंज-दावाथमलियाबाद-नवानगर-डुमराव NH 120, भागलपुर में विक्रमशिला पुल के पैरेलल नया 4 लेन पुल, कैमूर एवं बक्सर जिले में NH-319ए सम्मिलित हैं।

सूत्रों के मुताबिक छपरा में NH-331 (पुराना-101) पाथ NH-31 के जंक्शन से आरंभ होकर बनियापुर को जोड़ती है। यह पाथ NH-27 के समीप मुहम्मदपुर तक जाती है। तकरीबन 65 किलोमीटर लंबाई की इस पाथ में तकरीबन 15 किलोमीटर की लंबाई में फॉरेस्ट क्लीयरेंस के हेतु अक्तूबर 2021 में एप्लीकेशन दिया गया था। इस पाथ की चौड़ाई बढ़ा कर 2 लेन पेव्ड सोल्डर के सहित निर्माण करना है। बिक्रमगंज-दावाथ-मलियाबादनवानगर-डुमरांव NH-120 की लंबाई तकरीबन 240 किलोमीटर है। इस सड़क के निर्माण में लगभग 39 किलोमीटर के हेतु फॉरेस्ट क्लीयरेंस की जरूरत थी। उसके लिए अप्रैल 2022 में एप्लीकेशन दिया गया था, उसका स्टेज-1 का क्लीयरेंस अभी नहीं मिला है।

भागलपुर में विक्रमशिला पुल के पैरेलल नया फोरलेन पुल एनएच-131बी को बनवाया जाएगा। गंगा नदी का यह स्थान डॉल्फिन अभ्यारण्य है। इसके हेतु यहां पुल निर्माण के पहले वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस जरूरत है। राज्य गवर्नमेंट के लेवल से यह क्लीयरेंस अप्रैल 2022 में प्राप्त हो चुकी है, अब सेंट्रल गवर्नमेंट के वाइल्ड लाइफ डिवीजन से उसकी स्वीकृति मिलने का प्रतीक्षा है। कैमूर एवं बक्सर जिला में NH-319ए की चौड़ाई बढ़ा कर 2 लेन पेव्ड सोल्डर के सहित निर्माण होना है। तक़रीबन 45 किलोमीटर लंबाई में इस पाथ का निर्माण फॉरेस्ट क्लीयरेंस के हेतु अटका हुआ है।

  1. छपरा में एनएच-331 (पुराना-101)
  2. बिक्रमगंज- दावाथ- मलियाबाद-नवानगर- डुमरांव NH-120
  3. भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर नया फोरलेन पुल
  4. कैमूर और बक्सर जिले में NH 319A