BIHAR
बिहार में निर्माण होंगे 5690 स्वास्थ्य उपकेंद्र व 534 नये PHC, हॉस्पिटलों पर है मानक से दोगुनी आबादी का बोझ
बिहार में जनसंख्या की सापेक्षिक में स्वास्थ्य व्यवस्था तैयार कराने की पहल आरंभ हो गयी है। राज्य की ग्रामीण क्षेत्रों की लोगो को सबसे समीप हेल्थ सर्विस उपलब्ध कराने के हेतु सरकार 5690 नये हेल्थ सेंटर और 534 नये प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटर को बनवाने के प्लान पर कार्य कर रही है।हेल्थ डिपार्टमेंट ने इन हॉस्पिटल को बनवाने का उद्देश 2025-26 तक रखा गया है।
इन हॉस्पिटल्स को बनवाने में पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्टर मिशन के अंतर्गत एवं 15वें फाइनेंस कमीशन की संस्तुति से प्राप्त धनराशि से निर्माण करवाया जाएगा। उसके अतिरिक्त बड़े 18 जिलों में 100-100 बेडों के क्रिटिकल केयर ब्लॉक एवं 20 छोटे जिलों में 50-50 बेडों के क्रिटिकल केयर ब्लॉक भी बनवाए जायेंगे। हेल्थ के मानकों के मुताबिक राज्य में पर 5 हजार की जनसंख्या पर एक हेल्थ सेंटर की जरूरत है।
15वें फाइनेंस कमीशन के रिकॉमडेशन से 2025-26 तक 3150 एवं हेल्थ सेंटर को बनवाया जाएगा। उसके अतिरिक्त 201 प्राइमरी हेल्थ सेंटर का भी निर्माण करवाया जाएगा। इमरजेंसी कोविड रेसपांस पैकेज -2 के अंतर्गत सारे जिला हॉस्पिटल में 32-42 बेड के पेडियाट्रिक केयर यूनिट, कम्युनिटी हैल्थ सेंटर के आलावा 20 बेडों की सुविधा उपलब्ध की जायेगी। इस धनराशि से राज्य के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 30-30 ICU बेड एवं जिला हॉस्पिटल में 10-10 बेडों का ICU को बनवाया जाएगा।
प्रदेश में 1932 प्राइमरी हेल्थ सेंटर हैं। इन हेल्थ सेंटर पर भी मानक के पौने दो गुनी जनसंख्या के स्वास्थ का दबाव है। राज्य में 306 कम्युनिटी हैल्थ केयर हैं। राज्य के प्रति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 2- 5 लाख लोगो के सेहत का दबाव है। स्टेट गवर्नमेंट द्वारा नये हॉस्पिटल के बनवाए जाने से हॉस्पिटलो पर लोगो का दबाव कम होगा।
हैल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय द्वारा बताया गया कि पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लान से 2025-26 तक 333 PHC को तैयार करवाया जाएगा । उसके सहित ही 18 जिलों में सौ-सौ बेडों के क्रिटिकल केयर ब्लॉक एवं 20 जिलों में 50-50 क्रिटिकल केयर ब्लॉक को तैयार करवाया जाएगा और स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।