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बिहार में नियोजित शिक्षकों के ऐच्छिक तबादले को लेकर सुविधा शुरू, ऑनलाइन के माध्यम से कर सकेंगे आवेदन

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नियोजित शिक्षकों के ऐच्छिक तबादले की सुविधा बिहार में शुरू किया गया है। शिक्षा विभाग के द्वारा नगर विकास विभाग और पंचायती राज विभाग से सहमति पर गाइडलाइन तैयार किया गया है। शिक्षा विभाग के द्वारा महिला और दिव्यांग शिक्षकों के रिक्ति के आधार पर तबादले और उसके साथ ही पुरुष शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण से संबंधित एक गाइडलाइन तैयार किया गया है। शिक्षकों से ऐच्छिक तबादले को लेकर अप्रैल और मई महीने में ऑनलाइन आवेदन लेने की आशंका जताई जा रही है।

शिक्षा विभाग के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ऐच्छिक तबादले के लिए दिव्यांग और महिला शिक्षक एक बार ही इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसके साथ ही पुरुष शिक्षक भी पारस्परिक तबादले के लिए एक बार ही इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसमें वैसे ही आवेदन दे पाएंगे जिन जिन शिक्षकों के प्रमाण-पत्र निगरानी ब्यूरो अथवा विभाग के सक्षम प्राधिकार की जांच में सही पाए गए हैं। गाइडलाइन में तबादले की प्रक्रिया और शर्तें भी उपलब्ध कराई गई हैं। तबादले की प्रक्रिया को इसके मुताबिक वरीयता का क्रम में ही पूरा किया जाएगा। सभी जिलों में जिलेवार, नियोजन इकाईवार, विषयवार एवं कोटिवार रिक्त पदों की सूचना अपलोड की जाएगी।

इस सुविधा का लाभ वैसे दिव्यांग और महिला शिक्षक, पुरुष शिक्षक और लाइब्रेरियन ले सकते हैं जिनकी सेवा तीन साल अथवा उससे अधिक होगी। इसके अलावा दोषी या निलंबित करार दिए गए शिक्षक को आवेदन के योग्य नहीं माना जायेगा। व्याख्याता नियुक्ति के लिए 16 विषयों का साक्षात्कार अभी बाकी है। कोविड–19 के कारणों की वजह से नियुक्ति प्रक्रिया में देरी हो रही है। बचे विषयों के साक्षात्कार की प्रक्रिया को भी अगले वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। विधानसभा में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के द्वारा इस बात की जानकारी दी गई।

वर्ष 2020 में विश्वविद्यालय सेवा आयोग के द्वारा विश्वविद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया की शुरुआत की गई थी। इसके लिए एक वर्ष पूर्व ही आवेदन प्रक्रिया को शुरू किया गया था लेकिन इसे अभी तक पूरा नहीं किया गया। फिलहाल 52 विषयों में से 4638 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया का कार्य जारी है जिसमें से 82 शिक्षकों का नियुक्ति कार्य खत्म का लिया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के द्वारा शिक्षकों की कमी को खत्म करने लिए पिछले दो सालों में छह स्मार पत्र दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बिहार में विश्वविद्यालय शिक्षकों के दस हजार 804 स्वीकृत पद में 5555 पदों पर शिक्षक कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा 1664 अतिथि शिक्षक हैैं। अधियाचना विश्वविद्यालय सेवा आयोग के द्वारा 4638 पदों पर नियुक्ति की गई है।