BIHAR
बिहार में जल्द ही आयुष डॉक्टरों का होगा नियोजन, खोले जाएंगे बंद आयुर्वेद कॉलेज
बिहार में ही 3 हजार से अधिक आयुष डॉक्टरों की नियोजन किया जाएगा। उसके सहित ही जो आयुर्वेद महाविद्यालय बंद हो गए हैं, उन्हें फिर से शुरू किया जाएगा। हेल्थ मिनिस्टर मंत्री मंगल पांडेय द्वारा बताया गया है कि राज्य में 3270 आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति करवाई जाएगी एवं बंद पड़े आयुर्वेद महाविद्यालय को भी शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। राज्य के 40 हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र भी आयुष उपक्रम के अंतर्गत चल रहे हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा राज्य के भीतर व्यस्त व बंद पड़े आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथ कॉलेजों के सुधार के हेतु 825 करोड़ की धनराशि मंत्रिमंडल को स्वीकृत किया गया है।
हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय द्वारा ये सारी बातें रविवार को विश्व आयुर्वेद परिषद बिहार यूनिट के 25वें साल के मौके पर बहादुरपुर में प्रस्तावित सबल प्रतिरक्षा और वैद्य गंगाधर शर्मा त्रिपाठी स्मृति विषय पर पाटलिपुत्र राष्ट्रीय संभाषा (सेमिनार) में समान मुख्य अतिथि कहीं। पांडेय द्वारा बताया गया कि 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस है। ऐसे में सारे अर्वेदिक डॉक्टर व आयुर्वेद के स्टूडेंट्स से उनकी निवेदन है कि वे योग दिवस के दिन पब्लिक इवेंट्स में हिस्सा लीजिए और सार्वजनिक प्रोग्राम को संयोजित करिए।
मंगल पांडेय द्वारा आगे बताया गया कि आयुर्वेद एवं योग दोनों एक दूसरे के अनुपूरक हैं। आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धति द्वारा कोरोना महामारी के समय में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। इस मौके पर विश्व आयुर्वेद परिषद, बिहार इकाई के राष्ट्रीय सचिव शिवादित्य ठाकुर, वैद्य विनोद शर्मा, वैद्य राहुल जी, वैद्य किरण शुक्ला एवं अन्य मुख्य चिकित्सक उपस्थित थे।