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बिहार में छात्राओं को 50 हजार रुपये देने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव, अब ऐसे करना होगा आवेदन

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चालू वित्तीय सालों में ग्रेजुएशन कन्या उत्थान प्रोत्साहन योजना के एक्जिक्यूशन मे बड़ा परिवर्तन किया गया है। ग्रेजुएशन पास छात्राए अब प्रोत्साहन धनराशि (50 हजार रुपये) लेने के हेतु अपने विश्वविद्यालय में अप्लाई नहीं करना होगा, जबकि एजुकेशन डिपार्टमेंट के पोर्टल पर अगले महीने से आनलाइन एप्लीकेशन कर सकती है । डिपार्टमेंट ने कॉलेजों में प्रमाणीकरण के हेतु एप्लीकेशन के लंबित रहने या लेट से होने के वजह से यह प्रबंध किया गया है।

एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एक पोर्टल को आखरी रूप दिया है। इसकी विशेषता यह है कि पात्र छात्राएं अप्लाई करेंगी। त्रुटिपूर्ण नाम से एप्लीकेशन पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पाएगा। अप्लाई करने के वक्त ही कैंडिडेट के नाम, कालेज, युनिवर्सिटी का नाम एवं किस सब्जेक्ट में प्रामाणिकता मिली है, उसकी भी जांच हो जाएगी। डिपार्टमेंट के एक सीनियर ऑफिसर द्वारा बताया गया कि एक अप्रैल, 2021 के बाद ग्रेजुएशन पास छात्राओं को प्रोत्साहन धनराशि के रूप में 25 के आलावा 50 हजार रुपये मिलेंगे। उसके हेतु जुलाई से पोर्टल पर ग्रेजुएशन उत्तीर्ण छात्राओं को अप्लाई करना आवश्यक होगा। इस संदर्भ में डिपार्टमेंट की तरफ से सारे रजिस्ट्रेंट को आदेश दिया गया है।

एक अप्रैल, 2021 के पहले ग्रेजुएशन पास जिन छात्राओं के एग्जाम का रिजल्ट जारी हुआ हैं, उन्हें 25 हजार की प्रोत्साहन धनराशि मिलनी है। उन छात्राओं को पुराने एप्लीकेशन भी पोर्टल पर अपलोड करने को बोला गया है। NIC के जरिए से पोर्टल तैयार करवाया गया है एवं अभी ट्रायल करवाया जा रहा है । फिलहाल राज्य के कॉलेज व यूनिवर्सिटी में तकरीबन छात्राओं के डेढ़ लाख से अधिक एप्लीकेशन जांच के हेतु लंबित हैं। शैक्षणिक सत्र एकेडमिक सेशन 2015-18, 2016-19 और 2017-20 में उत्तीर्ण 1.60 लाख छात्राओं को चार सौ करोड़ की धनराशि अलॉट की गई है।