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BIHAR

बिहार में छह नदी जोड़ योजनाओं का हाे रहा सर्वेक्षण, सिंचाई का पानी पहुंचाने की कवायद शुरू

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इनफॉर्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन्स वॉटर रिसोर्सेज मिनिस्टर संजय कुमार झा द्वारा बताया गया है कि सोन नहर प्रणाली में पानी की उपलब्धता में लगातार संशोधन हो रहा है। बिहार में 6 नदी जोड़ प्लान का सर्वे किया जा रहा है। सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर साल 2025 तक बिहार के हर कृषिक्षेत्र तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के हेतु वाटर रिसोर्सेज साथ ही सभी संबंधित डिपार्टमेंट सन्नद्धता से कार्य कर रहे हैं। बाढ़ से अभिरक्षण के हेतु डिपार्टमेंट के ऑफिसर और इंजिनियर सभी बांध पर अलर्ट हैं। सारे तटबंधों पर रात में गश्ती बढ़ा दी गयी है।

हर किलोमीटर पर एक स्थानीय प्रहरी की भी तैनाती करवाई गई है। मिनिस्टर संजय कुमार झा द्वारा यह बातें शुक्रवार को जदयू प्रदेश ऑफिस में जन सुनवाई के उपरांत रिपोर्टर से बातचीत में बताई। मंत्री संजय कुमार झा द्वारा बताया गया कि राज्य में एक जून से 21 जुलाई तक औसतन तकरीबन 400 किलोमीटर वर्षा होती रही है, परन्तु इस साल तकरीबन 215 mm वर्षा ही हुई। राज्य में अल्पवृष्टि से उत्पन्न परिस्थिति की सीएम नीतीश कुमार निरंतर समीक्षा कर रहे हैं। उनके आदेश पर सिंचाई की व्यवस्था शीघ्र से शीघ्र किसानों तक पहुंचाने के हेतु वाटर रिसोर्सेज और उसे संबंधित डिपार्टमेंट द्वारा युद्ध लेवल पर कदम उठाया गया हैं। इसी कड़ी में इस सप्ताह किसानों को डीजल सब्सिडी देने का भी निर्णय लिया गया है।

मिनिस्टर संजय कुमार झा द्वारा बताया गया कि अल्पवृष्टि के वजह से दक्षिण बिहार की सोन नहर प्रणाली में पानी की अवेलिबिल्टी में समस्या आ रही थी। उन्होंने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मिनिस्टर से फोन पर बात कर रिहंद नदी से बिहार के हेतु पानी छोड़ने की गुजारिश कि थी। उसके सहित ही डिपार्टमेंट के ऑफिसरों ने मध्यप्रदेश के वाणसागर एवं उत्तर प्रदेश के रिहंद नदी से पानी छोड़े जाने के लेकर डिपार्टमेंटल लेवल पर भी निरंतर कोशिश किया।

वाणसागर नदी से 12000 क्यूसेक पानी छोड़ने के हेतु बात हुई थी। कुछ दिनों से तकरीबन 11969 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पानी की सुलभता कम है, फिर भी रिहंद नदी से भी तकरीबन 2,624 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उससे इंद्रपुरी मार्केट से सोन नहर प्रणाली में छोड़े जाने वाले पानी की क्वांटिटी बढ़ा दी गयी है और नहर में पानी की उपलब्धता में लगातार संशोधन हो रहा है।

नदी कनेक्ट करने के प्लान के बारे में मिनिस्टर संजय कुमार झा ने कहा कि कोसी-मेची लिंक, फल्गु-पैमार लिंक, बागमती-बेलवाधार-बूढ़ी गंडक लिंक, गंडक-छाडी-दाहा- घाघरा लिंक, गंडक-माही-गंगा लिंक, त्रिशुला-बलान लिंक योजना का सर्वे किया जा रहा है।‘हर कृषिक्षेत्र तक सिंचाई का पानी’ निश्चय के तहत वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट द्वारा टोटल 691 योजनाओं को सेलेक्ट किया गया है। उसका प्राक्कलित कमांड क्षेत्र 1,56,537 हेक्‍टेयर एवं प्राक्कलित लागत 1,647 करोड़ रुपये है। उनके फील्‍ड चैनल की 263 प्लान, नहरों की दुरिस्ती की 350 योजनाएं, नहरों के एक्सपेंसन की 48 योजनाएं एवं बड़ी सिंचाई की 30 योजनाएं सम्मिलित हैं। उनको 2025 तक पूर्ण करने का उद्देश है।