BIHAR
बिहार में एक और AIIMS हॉस्पिटल के निर्माण को मिली मंजूरी, DMCH ने प्रथम चरण में सौंपी 81.09 एकड़ जमीन
बिहार में एक और एम्स हॉस्पिटल के निर्माण की तैयारी की जा रही है। इसके निर्माण के लिए मंगलवार के दिन समाहरणालय में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ कृपानाथ मिश्रा की ओर से एम्स के कार्यपालक निदेशक डॉ माधवानंद कार को 81.09 एकड़ भूमि को सौंप दी गई है। इस मौके पर डीएम राजीव रोशन, डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा भी उपस्थित थे। भारतीय गैर न्यायिक स्टांप पत्र पर हस्ताक्षर कर एम्स के कार्यपालक निदेशक डॉ माधवानंद कार को प्रथम चरण की 81 एकड़ नौ डिसमिल 650 वर्गकड़ी भूमि हस्तांतरित की गयी है।
केंद्र सरकार के द्वारा वित्त वर्ष 2015-16 के बजट भाषण में दरभंगा में एम्स के निर्माण की घोषणा की गई थी जिसके लिए डीएमसीएच से 200 एकड़ जमीन की मांग की जा रही थी। परंतु सीएम नीतीश कुमार द्वारा 55 एकड़ जमीन दरभंगा मेडिकल कॉलेज को वापस करने को कहा गया। हालांकि निर्माण की घोषणा के बाद से ही इसके लिए जमीन अधिग्रहण की समस्या उत्पन्न हो रही है।
ऐम्स की तरफ से डॉ माधवानंद कार द्वारा भारतीय गैर न्यायिक स्टॉम पेपर पर हस्ताक्षर कर इसे ग्रहण किया गया। वहीं गवाह के रूप में अपर समाहर्त्ता सह अपर जिला दंडाधिकारी राजेश झा राजा, डीसीएलआर सदर राकेश रंजन, सीओ सदर इंद्रासन साह, सीओ बहादुरपुर अभयपद दास ने स्टाम्प पेपर पर अपने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर सहायक समाहर्त्ता सूर्य प्रताप सिंह, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी सत्यम सहाय के साथ अन्य जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
योगदान के बाद से ही एम्स के कार्यपालक निदेशक द्वारा भूमि हस्तांतरण की मांग की जा रही थी। इसके प्रथम चरण की भूमि विधिवत हस्तान्तरित हो जाने के पश्चात अब भवन, चहारदीवारी एवं अन्य निर्माण की तैयारी है।
दरभंगा एम्स हॉस्पिटल में कुल 750 बेड की व्यवस्था की जाएगी। इसके निर्माण के लिए 1264 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया है। इसके निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए 48 महीनों का समय निर्धारित किया गया था जिसमें काफी देरी हुई है। दरभंगा एम्स में एमबीबीएस की 100 सीटें, बीएससी नर्सिंग की 60 सीटें निर्धारित की गई हैं। इसके साथ ही 15 से 20 सुपर स्पेसिलिटी डिपार्टमेंट भी होगा। इससे तीन हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा।