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बिहार में उत्पादित शहद की विदेशों में है काफी मांग, डिमांड देखते हुए राज्य के इन जिलों में बनेगा शहद प्रोसेसिंग प्लांट

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बिहार में वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण और समस्तीपुर जिले में जीविका दीदी और हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट द्वारा सबसे ज्यादा शहद का उत्पादन होता है।
बिहार में लीची सरसों और सहजन से बनने वाले शहद की डिमांड सबसे अधिक है जिसे ब्लॉक लेवल पर बनाए जा रहे हैं। साथ ही राज्य स्तर पर फेडरेशन बनाया जा रहा है। बिहार के 20 जिलों के 197 प्रखंडों में कॉपरेटिव सोसाइटी का गठन किया जा चुका है।

पटना: बिहार में उत्पादित शहद की मांग अन्य राज्यों के साथ विदेशों में भी काफी है। इसके निर्यात के लिए सरकार ने मधु उत्पादन और विपणन नीति बनाई है।
साथ ही पूरे बिहार के शहद उत्पादकों को संगठित किया जा रहा है। शहद उत्पादन में बिहार देश भर में अव्वल राज्यों में से एक है। वर्ष 2010 से लेकर अभी तक शहद के उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है। फिलहाल बिहार में लगभग 20 हज़ार मीट्रिक टन शहद का उत्पादन किया जा रहा है। दिल्ली, पंजाब, कोलकाता, मुंबई सहित कई राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी बिहार के शहद का डिमांड सबसे अधिक है।

इसके उत्पादन और डिमांड को देखते हुए सरकार ने मधु उत्पादन और डिमांड को देखते हुए सरकार ने मधु उत्पादन और विपणन नीति बनाई है। साथ ही शहद की जांच के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय में शहद गुणवत्ता जांच लैब भी बनाया जाएगा।

सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी का कहना है कि बाहर के व्यापारी बिहार आकर सस्ती दर पर शहद खरीद कर अच्छे दाम पर उसे बेचते हैं। इसके लिए सरकार ने शहद के मार्केटिंग और प्रोसेसिंग की योजना बनाई है। 2010-11 में बिहार में 7355 मेट्रिक टन शहद का उत्पादन होता था लेकिन 2011–12 में 8018 मेट्रिक टन शहद का उत्पादन किया गया।

बिहार में वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और समस्तीपुर जिले में सबसे अधिक शहद का उत्पादन होता है। बिहार सरकार द्वारा पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में शहद प्रोसेसिंग प्लांट बनाया जाएगा। टेस्टिंग लैब नहीं होने के कारण शहद उत्पादकों को परेशानी होती थी जिसके लिए सरकार ने सबौर विश्वविद्यालय में टेस्टिंग लैब बनाने का निर्णय किया है।

भंडारण की समस्या को खत्म करने के लिए प्रखंडों में बने सोसायटी को फूड ग्रेड प्लास्टिक कंटेनर दिया जा रहा है। वहीं गीता देवी पिछले 22 सालों से पटना के फुलवरीशरीफ में मधुमक्खी पालन और शहद के उत्पादन में लगी है। उनका कहना है कि बिहार के शहद की मांग काफी ज्यादा है। लोग इसे ऑनलाइन माध्यम से भी खरीद रहे हैं।