BIHAR
बिहार: बनारस की तरह साहिबगंज में होगी गंगा आरती की शुरुआत, कन्हैया स्थान से राजमहल तक टूरिस्ट नौका चलाने की भी तैयारी
सरकार द्वारा साहिबगंज को पर्यटन के विशाल केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। काफी लोग यहां पर्यटन के लिए आयेंगे। इसके लिए वन विभाग द्वारा तैयारी की जा रह है। वहीं बनारस के तर्ज पर साहिबगंज में गंगा आरती की शुरुआत और कन्हैया स्थान से राजमहल के बीच टूरिस्ट नौका चलाने की योजना बनाई गई है। यह टूरिस्ट नौका हर दिन कन्हैया स्थान से खुलेगी और राजमहल की यात्रा कर वहां से वापस लौट आएगी।
इसके लिए नौका को तैयार किया जा चुका है जिसमें 30 पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। काफी जल्द ही इसके किराए और संचालन की तिथि निर्धारित के जाएगी। इस कार्य में भारतीय वन्य जीव संस्थान द्वारा वन विभाग की मदद की जा रही है। इसके लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान की एक टीम सीनियर रिसर्चर एकता शर्मा के नेतृत्व में यहां आयी हुई है। विगत दिनों ही टीम द्वारा वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी से भेट कर इसपर चर्चा की जाएगी।
पर्यटकों के लिए उधवा में स्थित पक्षी अभ्यारण्य को भी विकसित किया जा रहा है। वहां स्थित झील के चारों ओर सड़क का निर्माण किया गया है जिससे पर्यटक झील के चारों तरफ भ्रमण कर सकेंगे। यहां बैटरी चालित वाहन की भी व्यवस्था की जाएगी। उधवा झील ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है और वहां पर्यटकों के रहने के लिए कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। इसके निवारण के लिए वहां तीन वन कुटीर का निर्माण किया जा रहा है जिसे पर्यटकों को काफी कम किराए पर उपलब्ध कराया जाएगा। विगत दिनों ही जिले के पांच युवाओं को बर्ड गाइड का प्रशिक्षण दिया गया था। वे बर्ड गाइड वहां आनेवाले पर्यटकों को विभिन्न प्रकार के पक्षिओं के बारे में जानकारी देंगे।
वन विभाग का ऐसा मानना है कि गंगा नदी पर पुल और राष्ट्रीय उच्च पथ का निर्माण करने में पश्चात बिहार और पश्चिम बंगाल से काफी संख्या में पर्यटक घूमने आएंगे। इस बात को ध्यान में रखते हुए इतनी तैयारी की जा रही है। पर्यटक यहां के मंडरो में निर्मित विश्व स्तरीय फासिल्स पार्क, मोतीझरना, शिवगादी धाम, विंदुवासिनी स्थान, जामा मस्जिद, सिंघी दालान जैसी जगह भी भ्रमण के लिए जा सकते हैं।
निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में साहिबगंज पर्यटन के बड़े केंद्र के रूप में विकसित होगा। इसकी जानकारी साहिबंज के डीएफओ मनीष तिवारी द्वारा दी गई। इसके फलस्वरूप यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी और उनका रहन–सहन भी बेहतर होगा। बनारस के तर्ज पर कन्हैया स्थान से राजमहल तक पर्यटकों के लिए नौका चलाने की योजना बनाई गई है। वहीं उधवा में आधारभूत संरचनाओं को विकसित किया जा रहा है। मंडरों में विश्व प्रसिद्ध फासिल्स पार्क को बनाकर तैयार कर लिया गया है। इसके अलावा कई अन्य प्रोजेक्ट पर भी कार्य जारी है।