BIHAR
बिहार: पर्यटन क्षेत्र में सुविधाओं के लिए खर्च किए जाएंगे इतने करोड़ रूपए, पर्यटन क्षेत्र में प्राप्त होंगे रोजगार के कई अवसर
जिले के बौंसी प्रखंड स्थित मंदार में लगभग छह करोड़ रूपए की लागत से रोपवे की शुरुआत की जा रही है। यह रोपवे पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने का काम करेगा। वर्तमान में मंदार को विकसित करने का कार्य जारी है जिसपर 54 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। 21 सितंबर 2021 को सीएम नितीश कुमार के द्वारा रोपवे का उद्घाटन किया गया था। वहीं मंदार पहाड़ की परिक्रमा हेतु तत्कालीन डीएम सुहर्ष भगत द्वारा चिकनी सड़क का निर्माण किया गया है। इसके भ्रमण के लिए एक दर्जन ई-रिक्शा है।
मंदार के नजदीक आर्ट एंड क्राफ्ट विलेज पार्क का भी निर्माण किया जा रहा है जिसपर 5 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। यह पार्क पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। वहीं डीएम अंशुल कुमार द्वारा विगत दिनों ही रोपवे का सर्वे लिया गया। इस सर्वे में उन्होंने सुविधा को बढ़ाने का आदेश दिया है। पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने से रोजगार के अवसर में भी वृद्धि होगी।
वर्तमान में मंदार में रोप-वे, रेन शेल्टर, पेयजल सेंटर, पार्किंग एरिया, कैफेटेरिया, कामधेनु मंदिर का सुंदरीकरण, सिटिंग बेंच, सोलर लाइटिंग का कार्य किया जा रहा है जिसपर सात करोड़ रूपए खर्च होंगे। मुख्य रूप से मंदार में रोप-वे के परिचालन होने से सैलानियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इसके अलावा वन एवं पर्यावरण विभाग से मंदार की तराई में बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण किया जा रहा है।
मंदार में जनवरी महीने में तीन धर्मों का मेल होता है जिसमें जैन धर्म, सनातन धर्म और सफा धर्म शामिल है। मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी के दिन मंदार की तराई में विशाल मेला का आयोजन किया जाता है। इसमें देशभर के श्रद्धालु विभिन्न धर्मों के जुटते हैं।
मंदार का एक ऐतिहासिक महत्व है। शास्त्रों के अनुसार भगवान और दानव के बीच युद्ध में मंदार को मथानी के रूप में समुद्र मंथन किया गया था। इसकी तराई में पवित्र पापहरणी तालाब मौजूद है। इस पवित्र तालाब का भी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। तालाब के बीच भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का मंदिर है। प्रशासन द्वारा एक योजना बनाकर पापहरणी तालाब को साफ किया जा रहा है।