BIHAR
बिहार: दरभंगा को मखाना उत्पादन के साथ ही विकास के लिए दिया जायेगा प्रधानमंत्री अवॉर्ड
केंद्र सरकार के द्वारा वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इस प्रोजेक्ट के तहत दरभंगा जिले को मखाना उत्पादन और विकास के लिए 21 अप्रैल के दिन नई दिल्ली में प्रधानमंत्री अवॉर्ड दिया जायेगा। इस पर जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि यह अवार्ड मखाना को लेकर राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का नतीजा है। बिहार सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रयासों को मखाना उत्पादन को प्राप्त राष्ट्रीय पहचान की वजह से मंजिल मिली है। मखाना उद्योग बेरोजगारी और पलायन की समस्या को समाप्त करने काफी सहायक हो सकता है।
मंत्री कहते हैं कि बिहार सरकार का यह सपना है कि हर थाली में बिहार का उत्पाद अवश्य हो। मिथिला का मखाना इस सपने को सच करने में अहम भूमिका निभा सकता है। मिथिला की पहचान पौष्टिकता एवं औषधीय गुणों से परिपूर्ण मखाना है। दुनिया में मखाना के कुल उत्पादन का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा अकेले मिथिला में होता है। मंत्री ने कहा कि 28 फरवरी 2002 के दिन नितीश कुमार जी के द्वारा राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र,दरभंगा की स्थापना की गई। लेकिन उस समय कांग्रेस की केंद्र सरकार द्वारा सन् 2005 में इसका राष्ट्रीय दर्ज हटा दिया गया जिसके फलस्वरूप इसे केंद्र का फंड मिलना बंद हो गया था।
बिहार सरकार के द्वारा मखाना विकास योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत मखाना की उच्च प्रजाति के बीज से उत्पादन करने पर लागत मूल्य का 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। उच्च प्रजाति के बीज से उत्पादन करने पर मखाना की उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 16 क्विंटल से बढ़कर 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक भी हो सकती है। जलजमाव वाले क्षेत्रों में मखाना-सह-मत्स्यपालन के एक बेहतर मॉडल को विकसित करने हेतु सीएम द्वारा निर्देश जारी किया गया है।