BIHAR
बिहार: खगड़िया सांसद द्वारा केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस से की गई बातचीत, जाने कब से फूड पार्क की होगी शुरुआत
मक्के की उपज करने वाले किसानों के लिए खुशी की बात है। बिहार के खगड़िया जिले में प्रिस्टीन मेगा फूड पार्क का निर्माण हो रहा है जिसकी शुरुआत जुलाई महीने में की जाएगी। इसकी शुरुआत होने से खगड़िया जिले के साथ वहां के नजदीकी जिलों में मौजूद मक्का किसानों को भी लाभ होगा। फिलहाल यहां काफी तेजी से ग्रेन साइलो का कार्य किया जा रहा है जिसकी क्षमता पांच हजार टन है। आशा है कि जून महीने तक इसके कार्य को पूर्ण कर दिया जाएगा और जुलाई महीने में फूड पार्क का उद्घाटन किया जाएगा।
इसके लिए खगड़िया के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस के बीच बातचीत हुई। उन्होंने जुलाई में फूड पार्क की शुरुआत होने की जानकारी दी। वहीं सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने कहा कि बिहार के उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन से भी इसके प्रति बातचीत की गई। यहां कोल्ड स्टोरेज, गोदाम आदि का निर्माण पूर्ण कर दिया गया है। वहीं यहां नटराजा कंपनी द्वारा पाल्ट्री फीड बनाने का काम शुरू कर दिया है। फिलहाल यहां हर महीने दो हजार टन पाल्ट्री फीड को तैयार किया जा रहा है। इसकी तैयारी में मुख्य रूप से लगभग 60 प्रतिशत खपत मक्के की होती है।
खगड़िया जिला मक्के के उत्पादन में देश भर में एक विशेष स्थान रखता है। इस जिले में 50 हजार हेक्टेयर जमीन में मक्के की खेती होती है और एक वर्ष में यहां से एक लाख 55 हजार मीट्रिक टन मक्के का उत्पादन किया जाता है। फूड पार्क में पूर्ण रूप से काम शुरू होने के पश्चात यहां मक्के की खपत बढ़ेगी। किसान उचित मूल्य पर सीधे आकर मक्के की बिक्री करेंगे। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी शैलेश कुमार का कथन है कि फूड पार्क के चालू हो जाने से मक्का की खेती का रकबा बढ़ेगा। साथ ही सोयाबीन की खेती भी बढ़ेगी। फिलहाल सोयाबीन की खेती दो हजार हेक्टेयर भूमि पर की जा रही है। पाल्ट्री फीड में सोयाबीन की भी जरूरत पड़ती है। फूड पार्क खुलने से खगड़िया का बाजार बढ़ेगा। दूसरी तरफ बेलदौर में इथेनाल प्लांट की शुरुआत करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसमें मक्के और ईख की खपत होगी।
ग्रीन साइलो का निर्माण कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। इसकी जानकारी प्रिस्टीन मेगा फूड पार्क के सीईओ आनंद मोहन झा द्वारा दी गई है। आशा है कि जून महीने तक इसके निर्माण कार्य को समाप्त कर जुलाई में इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। फिलहाल यहां एक मात्र नटराजा कंपनी आई है। साथ ही तीन–चार और कंपनी से भी संपर्क किया जा रहा है। अन्य कंपनियों के आने के बाद डिमांड बेस एग्रीकल्चर बढ़ेगा। वर्तमान समय में ही
मानसी और नजदीकी इलाकों में सोयाबीन की खेती शुरू हो गई है।