MOTIVATIONAL
बिहार के 15 वर्ष के एक बच्चे ने इलेक्ट्रिक स्कूटी और बुलेट बना कर सबको किया प्रभावित
अगर कोई व्यक्ति किसी कार्य को करना चाहता है और
उसके प्रति दृढ़ता दिखाता है, निरंतर प्रयास करता है और परिश्रम करता है, उसके लिए कोई कार्य असंभव नहीं है। ऐसी ही एक प्रेरक कहानी 15 वर्ष के राजन की है, जो बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर के निवासी हैं। इनका परिवार कुछ साल पहले रोजगार के लिए बिहार से दिल्ली जाकर बस गए। राजन दिल्ली के सुभाष नगर के सर्वोदय स्कूल में 9वीं कक्षा के छात्र हैं। वहीं शिक्षण करते हुए इन्होंने अपने पिता के लिए ई–बुलेट बना कर गिफ्ट की थी। अब इन्होंने सिर्फ 3 दिन में लगभग 30,000–35,000 के खर्च में ई–स्कूटी तैयार कर अपनी माँ को गिफ्ट किया। राजन ने पेट्रोल की एक पुरानी स्कूटी को ई–स्कूटी में बदल दिया जिसमें चार बैटरी लगाई गई है जिससे आसानी से 70–80 किलोमीटर चला जा सकता है।
राजन एक इलेक्ट्रिक बुलेट भी तैयार कर चुके हैं,सिर्फ 45 हजार के लागत में
राजन को नए–नए चीजें बनाने का काफी शौक है। उन्होंने इसी वर्ष अपने पिता को एक इलेक्ट्रॉनिक बुलेट बनकर गिफ्ट की, जिसको बनाने में उन्हें करीब 3 महीने का समय और 45 हजार की लागत लगी। इस इलेक्ट्रिक बुलेट से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी तय की जा सकती है। इस कारनामे के बाद काफी लोग राजन से काफी प्रभावित भी हुए हैं। तो कुछ लोग उनकी सराहना भी कर रहे हैं। इस खबर के बाद अभिनेता व सोशल वर्कर सोनू सूद ने उनसे बातचीत भी की ओर राजन से एक इलेक्ट्रिक कार बनाने की मांग रखी। राजन ने भी इस काम को करने के लिए हाँ कर दी।
इंजन की गर्मी से बैटरी चार्ज करने पर कर रहे काम
राजन अभी इलेक्ट्रिक गाड़ी में उपयोग होने वाले बैटरी पर काम कर रहे हैं। दरअसल वे उन बैटरियों के चार्ज करने की तकनीक को विकसित करने पर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर इस तकनीक में हमें सफलता मिलती है तो बिना बिजली के भी इसके बैटरी को चार्ज किया जा सकेगा जिससे बिजली की बचत भी होगी और बार बार बैटरी चार्ज करने की जरूरत नहीं होगी। इस तकनीक में बहुत पैसों की जरूरत होती है। राजन के पास इतने पैसे नहीं हैं जिनकी वजह से उनकी इस रिसर्च में काफी देरी हो रही है। उनके माता–पिता और स्कूल के शिक्षक भी इस काम में उनका सह दे रहे हैं।