Connect with us

BIHAR

बिहार के पातेपुर में अवर निबंधन कार्यालय की होगी शुरुआत, विभाग की ओर से पत्र जारी

Published

on

WhatsApp

वैशाली जिले के लोगों के लिए एक नई खुशखबरी है। दरअसल वैशाली जिला अंतर्गत पातेपुर अंचल कार्यलय परिसर में अवर निबंधन कार्यालय की शुरुआत होने जा रही है जिसमें पातेपुर,जंदाहा और चेहराकलां प्रखंड के
लोगों द्वारा भूमि निबंधन किया जाएगा। अवर निबंधन कार्यालय की शुरुआत होने की वजह से वहां के लोगों को भूमि से संबंधित कार्यों के लिए महुआ और हाजीपुर निबंधन कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। अब पोतपुर अवर निबंधन कार्यालय में ही भूमि संबंधित कार्यों का निवारण किया जाएगा। इसके लिए 12 अगस्त के दिन संध्या के समय निबंधन विभाग, पटना की ओर से पत्र जारी कर मंजूरी दे दी गई है।

पातेपुर अवर निबंधन कार्यालय में 3 पदों का सृजन किया गया है जिसमें अवर निबंधक, रात्रि प्रहरी अराजपत्रित और कार्यालय परिचारी पद शामिल हैं। इससे अवर निबंधन कार्यालय में कार्य करने में आसानी होगी। भूमि निबंधन के लिए लोगों को हाजीपुर जाने की जरूरत नहीं होगी। निबंधन विभाग से मंजूरी मिलने के बाद विभाग द्वारा इस कार्य को पूरा करने का कार्य किया जा रहा है। निबंधन विभाग के द्वारा जारी पत्र के अनुसार पातेपुर के 141 राजस्व ग्राम, जंदाहा के 23 और चेहराकलां का 8 राजस्व ग्राम को जोड़ा गया है जिनको अब महुआ से हटाकर पातेपुर से जोड़ा जाएगा। इसके पश्चात आगे का कार्य किया जाएगा। 3 प्रखंड के लोगों को भूमि से संबंधित कार्यों के लिए महुआ और हाजीपुर आना पड़ता था जिससे लोगों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता था। पातेपुर में अवर निबंधन कार्यालय की शुरुआत से से लोगों को राहत मिलेगी और कार्य तेजी से होगा।

इससे पूर्व जमीन निबंधन कराने को लेकर पातेपुर, जंदाहा और चेहराकलां के लोगों को महुआ निबंधन कार्यालय और हाजीपुर में आना पड़ता था जिससे दोनों निबंधक कार्यालय पर जमीन से संबंधित कार्यों का
दबाव अधिक हो जाता था। इसकी वजह से लोगों के साथ अधिकारियों को भी कार्य करने में दिक्कत होती थी। पातेपुर में निबंधन कार्यालय की शुरुआत से सभी लोगों सुविधा होगी। अप्रैल महीने में ही पातेपुर में अवर निबंधन कार्यालय की शुरुआत की घोषणा की गई थी।

विभाग से अवर निबंधन कार्यालय की शुरुआत करने का पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र प्राप्त होने के पश्चात पातेपुर अंचल कार्यालय में तत्काल व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद नए भवन बनाने की प्रक्रिया की जाएगी।