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बिहार के पटना की पहली महिला कैब ड्राइवर बानी अर्चना पांडे, जानिए इनकी पूरी कहानी

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किसी ने सच ही कहा है कि आज कल के इस आधुनिक युग मे लड़कियां भी लड़को से कम नही है। हर क्षेत्र में लड़कियां आज कल झंडा लहरा रही है। महिलाएँ अपने दृढ़शक्ति के साथ हर क्षेत्र में काफी तेजी से जुड़ती जा रही है और अपने कर्तव्यों का पालन काफी अच्छी तरह से कर रही है। ठीक उसी तरह का एक घटना बिहार की राजधानी पटना से निकल कर आ रहा है। ऐसा काम कर रही है जहाँ महिलाओं के लिए काम करना इतना आसान नही होगा।

बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली एक महिला अर्चना पांडे है। ये पटना की मूल निवास है। वे पटना की पहली महिला कैब ड्राइवर बनी हैं। 34 वर्षीय अर्चना पांडे अनिसाबाद की रहने वाली है। इन्होंने अपने चार बच्चों की परवरिश करने के लिए कैब कैप चलाना शुरू किया है और इसी पैसे से वे अपने परिवार का पोषण-पालन करती है

अर्चना पांडे बताती हैं कि वे सुरु से ही काफी अच्छी कार चालती थी और इनका शादी होने के बाद यह हुनर कही खो गया था। उनकी दुनिया बच्चों और परिवारिक जिम्मेदारियों में ही सिमट के रह गयी थी। अर्चना ने मसले का भी बिजनेस किया था लेकिन इसका उनको अनुभव नही होने के कारण यह बिजनेस नही चल पाया। उसके बाद उन्होंने बहुत सारी कंपनियों में काम भी किया। लेकिन उनके बच्चों को इस पैसों से अच्छी परवरिश नहीं हो पा रही थी। इसलिए इन्होंने अपने हुनर को ही अपने कैरियर के रूप में अपनाया। 

बैंक से लोन ले कर अर्चना ने एक कार खरीदी और खुद से ही ड्राविंग करने लगी। शुरुआत में इन्होंने अपने परिचितों के लिए ही गाड़ी चलाती थी। जब पहचान बढ़ गई तब उन्होंने ट्रैवल एजेंसी के लिए कैब चलाना शुरू कर दि। बिहार के सभी जिलों में वह कैब लेकर जा चुकी है। इनके कैब से महिलाएं ट्रेभल करने में ज्यादा सुरक्षित महसूस करती है।