BIHAR
बिहार के इस जिलों में उद्योगों की स्थापना,100 एकड़ भूमि पर कल-कारखानों के शुरुआत के लिए भेजा गया प्रस्ताव
बिहार के खगड़िया जिले में उद्योगों की स्थापना की जानी है। केपरबत्ता प्रखंड के सौढ़ पंचायत में कल-कारखाने की शुरूआत की जाएगी। इसके फलस्वरूप इस क्षेत्र के विकास के साथ हजारों लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी। मिली जानकारी के अनुसार जिले में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए राज्य स्तर पर भूमि चयन का प्रस्ताव भेजा गया है। सौढ़ मौजा में सौ एकड़ चिन्हित भूमि के लिए बिहार औद्याेगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार को पत्राचार किया गया है।
औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए सौ एकड़ जमीन को लेकर डीएम डॉ आलोक रंजन घोष द्वारा कार्यकारी निदेशक, निवेश प्रोत्साहन व सरलीकरण बियाडा को पत्र लिखकर प्रस्ताव भेजा गया है। कार्यकारी निदेशक को लिखे गए पत्र में डीएम ने जानकारी दी कि जिला मुख्यालय से 33 किमी की दूरी पर परबत्ता प्रखंड के सौढ़ मौजा में सौ एकड़ गैरमजरुआ खास भूमि उपलब्ध है। यह भूमि बिहार सरकार के स्वामित्व में है जो कि एनएच-31 से बगल में है।
डीएम द्वारा बताया गया कि यह जमीन खाली व विवाद मुक्त है। मुख्य सड़क से यहां तक पहुंचने के लिए अन्य मार्ग भी मौजूद है जिसकी जानकारी डीएम द्वारा बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक को दी गई। यह जमीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए उपयुक्त है। डीएम द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर बियाडा द्वारा सहमति प्राप्त होते ही इस जमीन के हस्तान्तरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। अन्य जिलों के साथ खगड़िया जिले में भी उद्योग स्थापित करने की योजना बनाई गई है। विगत महीने पूर्व बियाडा के कार्यपालक निदेशक द्वारा उद्योग की स्थापना के लिए डीएम को पत्र लिखा गया था। बियाडा की मांग पर जिला स्तर से सभी अंचल के सीओ को जमीन की खोज करने के निर्देश दिये गए थे।
इससे पूर्व बियाडा को गोगरी के देवथा मौजा में 4.34 एकड़ सरकारी जमीन को सौंपने की कार्रवाई शुरु की गयी थी। इधर परबत्ता के सौर मौजा में सौ एकड़ जमीन का प्रस्ताव राज्य स्तर पर भेजा गया है। राज्य स्तर से मंजूरी मिलते ही बियाडा को यह जमीन हस्तांतरित करने की दिशा में कार्रवाई आरंभ की जायेगी।
फिलहाल के लिए खगड़िया जिले में एक भी बड़ी फैक्ट्री की शुरुआत नहीं हुई है जिसकी वजह से यहां के लोगों के पास रोजगार भी उपलब्ध नहीं है। यहां के लोगों को रोजगार के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकता जैसे बड़े शहर जाना पड़ता है। इस जिले में उद्योग और कारखानों की स्थापना के पश्चात यहां के लोगों का पलायन रूक जाएगा। जिले के मानसी क्षेत्र में बियाडा का औधोगिक क्षेत्र उपलब्ध है जहां मेगा फूड पार्क का निर्माण कार्य
जारी है।