BIHAR
बिहार के इस जिले से होते हुए जाएगा गोरखपुर-सिलीगुड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, गोरखपुर से सिलीगुड़ी की दूरी होगी 6 घंटे की
विगत कुछ वर्षों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ है जिसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। यमुना एक्सप्रेसवे से शुरू हुआ निर्माण कार्य आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए अगले महीने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के साथ आगे प्रस्थान करेगा। वहीं गंगा एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के साथ ही गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के निर्माण पर भी कार्य शुरू कर दी गई है। कुल 519 किमी लंबी गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का 84 किमी भाग उत्तर प्रदेश में रहेगा। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से शुरू होकर देवरिया और कुशीनगर जनपद को जोड़ेगा और बिहार में शामिल होगा। जानकारी के अनुसार गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच दूरी लगभग 600 किमी है और यह दूरी एनएच की है। वहीं इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को आबादी वाले क्षेत्र से नहीं गुजारा जाएगा और इसकी लंबाई में कमी होगी।
शुरुआती समय में फोरलेन के रूप में इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। बाद में इसकी चौड़ाई बढ़ाने का भी विकल्प मौजूद होगा। प्रस्तावित रिंग रोड के कनेक्टिंग प्वाइंट जगदीशपुर से गोरखपुर से इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत की जाएगी जहां से यह कुशीनगर के तमुकहीराज तहसील होते हुए बिहार के गोपालगंज क्षेत्र में शामिल होगा। आबादी वाले क्षेत्रों से दूर इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि आबादी वाले क्षेत्र में एक्सप्रेसवे का निर्माण करने से वहां भूमि अधिग्रहण की समस्या उत्पन्न होती है। वहीं यूपी से बंगाल तक के इस एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा हिस्सा बिहार में होगा। वहां भी भूमि अधिग्रहण से संबंधित समस्या है। इंटीरियर इलाकों में जमीन खरीद की ज्यादा समस्या नहीं आती है।
गोरखपुर–सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे सबसे पहले बिहार के गोपालगंज क्षेत्र में प्रवेश करेगा। इसके पश्चात वहां से छपरा, सिवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सुपौल, किशनगंज, पूर्णिया और सहरसा होते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर सिलीगुड़ी तक जाएगा। भारतमाला योजना के अंतर्गत इस प्रोजेक्ट का निर्माण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त गोरखपुर और अन्य जिलों में इकोनॉमिक कॉरिडोर, इंटर कॉरिडोर, फोरलेन सड़क का भी निर्माण किया जाएगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2025 तक इस प्रोजेक्ट का कार्य समाप्त हो जाएगा।
गोरखपुर–सिलीगुड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की मदद से लोग केवल 6 घंटों में सिलीगुड़ी से गोरखपुर तक की यात्रा पूरी कर सकते हैं। वहां से गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे और फिर वहां से सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए दिल्ली तक जा सकते हैं। फिलहाल के लिए गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक की यात्रा करने के लिए एनएच 27 की मदद ली जा रही है। इसकी वजह से इसपर यातायात का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।