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बिहार के इस जिले में बनेंगे लॉजिस्टिक पार्क, सरकार बना रही नीति; जानिये क्या रहेगा खास

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बिहार में पटना के बिहटा एवं फतुहा साथ ही रक्सौल में लॉजिस्टिक पार्क बनवाए जाएंगे। इस मामले में स्टेट गवर्नमेंट लॉजिस्टिक पॉलिसी बनाने की तैयारी कर रही है। उससे राज्य में इंडस्ट्री और कारोबार के डेवलपमेंट में सहायता मिलेगा। वक्त पर कच्चा माल पहुंचेगा एवं तैयार किए गए प्रोडक्ट्स को भी मार्केट तक पहुंचाने में सरलता होगी। इससे रोजी-आजीविका में वृद्धि होगी। फिलहाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कोइलवर पुल के समारोहपूर्वक लॉच के मौके पर राज्य सरकार को आहूत कर कहा था कि स्टेट में डेवलपमेंट के हेतु लॉजिस्टिक पार्क एवं पाथ किनारे इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनवाया जाना चाहिए।

सूत्रों के मुताबिक बिहटा में लगभग 100 हेक्टेयर में लॉजिस्टिक पार्क बनवाए जाने का प्लान है। उसके हेतु भूमि भी सुनिश्चित रूपा से चिह्नित की गयी है, परंतु औपचारिक प्रोसेस पूरा होना बाकी है। यह राजधानी पटना के पश्चिम दिशा में है। इसी प्रकार से राजधानी पटना के पूरब दिशा में फतुहा में भी लॉजिस्टिक पार्क बनवाने का प्लान है। इन दोनों जगहों से पटना हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी समीप रहने के वजह से भी इसको सेलेक्ट किया गया है। इसी प्रकार से रक्सौल के समीप इनलैंड पोर्ट होने, वहां से नेपाल की कनेक्टिविटी होने साथ ही रक्सौल से हल्दिया तक प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे निर्माण के वजह से रक्सौल में भी लॉजिस्टिक पार्क बनवाए जाने की योजना है।

रक्सौल एवं हल्दिया दोनों स्थान बंदरगाह हैं एवं वहां शिप से उतरे जाने वाले सामान को देश के दूसरे भाग में पहुंचाने में सहूलियत मिल सकेगी। उसकी कनेक्टिविटी बिहार से होने के वजह यहां भी रोजी-आजीविका साथ और डेवलप हो सकेगा। लॉजिस्टिक पार्क में खाद्य एवं अन्य सामानों को रखने की कोल्ड स्टोरेज और भी अन्य व्यवस्था होती हैं।

देश के दूसरे भाग से सामान लाकर उसे पार्क में रखा जाता है एवं आवासक्त के मुताबिक उसकी सप्लाइ स्थानीय लेवल पर करवाई जाती है। उससे सामान के आने जाने पर लगने वाले खर्च में बचत होती है। उसके सहित ही वस्तुओं की दाम भी कम हो जाती है। इस पार्क में वाहनों को दुरुस्त और खड़ा करने के हेतु गैराज के साथ मैकेनिक की व्यवस्था, ट्रक डाइवर, हेल्पर एवं श्रमिकों के रुकवाने के हेतु विश्राम स्थल एवं खान-पाने के लिए रेस्टोरेंट और ढाबे की भी व्यवस्था हाेती है।