Connect with us

BIHAR

बिहार के आधा दर्जन से अधिक एयरपोर्ट की होगी शुरुआत, जानिये किन शहरों में हो रही हवाई सेवा की मांग

Published

on

WhatsApp

विगत दिन ही पीएम द्वारा देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया जिसके पश्चात अब बिहार में भी एयरपोर्ट शुरू करने की मांग हो रही है। बिहार में विभिन्न शहरों में बंद रनवे और एयरपोर्ट को बहाल करने की मांग की जा रही है। सरकार द्वारा भी समय–समय पर लोगों को इन एयरपोर्टों के शुरू होने का आश्वासन दिया गया है।

बिहार में फिलहाल पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट पर लोगों को हवाई सेवा दी जारी है। वहीं पूर्णिया, भागलपुर, रक्सौल, गोपालगंज जैसे कई शहरों में एयरपोर्ट को बहाल करने की मांग लोगों द्वारा की जा रही है। पूर्णिया एयरपोर्ट उड़ान योजना के तहत सूचिबद्ध है जबकि भागलपुर एयरपोर्ट पर छोटे विमानों की सेवा बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।

पूर्णिया एयरपोर्ट का दावा सबसे मजबूत है। अनुमान है कि बिहार में अगला एयरपोर्ट की बहाली पूर्णिया एयरपोर्ट में होगी। दरभंगा महाराज द्वारा आजादी से पूर्व ही पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण किया गया था जो वर्तमान में भारतीय वायुसेना के अधीन है। इसके रनवे के मरम्मत का कार्य जारी है। इस एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण कार्य किया जा चुका है।

देवघर एयरपोर्ट की शुरुआत होने से भागलपुर के लोगों द्वारा एयरपोर्ट की मांग बढ़ गई है। इस एयरपोर्ट का आकार छोटा होने की वजह से बड़े विमानों का आवागमन संभव नहीं है। ऐसे में यहां से छोटे विमानों की सेवा शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही कोलकाता के साथ कुछ शहरों से भागलपुर के लिए हवाई सेवा शुरू होने के आसार हैं।

सरकार द्वारा काफी दिनों से गोपालगंज या रक्सौल में एक एयरपोर्ट को शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसमें से रक्सौल एयरपोर्ट नेपाल की सीमा से सटा हुआ है तो दूसरी ओर गोपालगंज इलाके से सबसे अधिक लोग दुबई जैसे देशों में प्रवास करते हैं। सरकार द्वारा इन दोनों पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। इस दोनों एयरपोर्ट की हालत बेहद जर्जर है। ऐसे में सरकार द्वारा इन एयरपोर्ट को नए तरीके से निर्माण करना होगा।

इन एयरपोर्टों के अलावा सुपौल, बेगूसराय, मोकामा, किशनगंज और मुजफ्फरपुर में भी बंद पड़े एयरपोर्टों को बहाल करने की मांग की जा रही है। वहीं मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट के संबंध में सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया गया था। परंतु विस्तार की संभावनाएं कम होने की वजह से सरकार द्वारा उसपर कोई खास विचार नहीं किया गया।

आजादी से पूर्व निर्माण हुए दो दर्जन एयरपोर्ट और रनवे बिहार में हैं जिसमें से अधिकतर एयरपोर्ट की हालत खराब है। वहीं डूमरांव जैसे कुछ रनवे अब इतिहास बन चुके हैं। इसके बावजूद बिहार में लगभग दर्जन ऐसे एयरपोर्ट और रनवे हैं जिसे छोटे और मझौले विमानों की उड़ानों के लिए शुरू किया जा सकता है। इससे छोटे शहरों की बड़े शहरों से बेहतर संपर्क स्थापित होगा।

वर्तमान में कई राज्यों में नए एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है तो वहीं बिहार के बिहटा और दरभंगा में एयरपोर्ट का विकास कार्य काफी धीमा है। बिहार का दरभंगा एयरपोर्ट उड़ान योजना के अंतर्गत सबसे सफल एयरपोर्ट के रूप में अपना नाम दर्ज करा चुका है। परंतु इस एयरपोर्ट में यात्रियों के लिए काफी कम सुविधा है। इसके बावजूद सामान्य से तीन गुणा अधिक किराये देकर लोग इस एयरपोर्ट से सफर करते हैं।