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BIHAR

चंपारण के साथ बिहार के 5 जिलों को निर्बाध बिजली प्राप्त, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह द्वारा सीतामढ़ी में पावरग्रिड के उपकेंद्र का लोकार्पण

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गुरुवार के दिन डुमरा के परमनांदपुर में निर्मित पावरग्रिड को पूरे देश के लिए समर्पित किया गया। पावरग्रिड की ओर से डुमरा हवाई फील्ड में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह द्वारा इसका लोकार्पण किया गया। इस विद्युत उपकेंद्र में 400/220/132 केवी की ट्रांसमिशन क्षमता मौजूद है। इस विद्युत उपकेंद्र से सीतामढ़ी के साथ दरभंगा, मोतिहारी, बेतिया और शिवहर जिले को निर्बाध बिजली प्राप्त हो सकेगी।

केंद्रीय मंत्री द्वारा इस मौके पर बताया गया कि सन् 2019 में सीएम नीतीश कुमार की उपस्थिति में इसकी नींव रखी गई थी। तीन वर्षों की लंबी समय के बाद यह कार्य के लिए बिल्कुल तैयार है। यह सफलता सरकार द्वारा विकास और आत्मनिर्भर बनने के योजना की वजह से है। उन्होंने बताया कि बिहार में पावरग्रिड की संख्या दो से 14 हो गए हैं। बिहार में बिजली की उपलब्धता के साथ इसकी गुणवत्ता भी बेहतर हुई है।

सीतामढ़ी का विद्युत उपकेंद्र के साथ दरभंगा और मोतिहारी विद्युत उपकेंद्र के समन्वय की बात केंद्रीय मंत्री ने कही है। साथ ही इसे भूटान तक जोड़ा जाएगा। नेपाल में मौजूद सुप्ले जल विद्युत निगम भारत की ही एक कंपनी है जिसके द्वारा दो प्रोजेक्ट पर कार्य जारी है। उन दोनों प्रोजेक्ट का भी इन सभी प्रोजेक्ट के बीच समन्वय होगा। बिजली की उपलब्धता को लेकर नॉर्थ बिहार अव्वल रहेगा।

श्री सिंह ने बताया कि विगत पांच वर्षों के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के बाद बिहार को सबसे अधिक फंड प्राप्त हुए हैं। 2.05 लाख करोड़ के कुल बजट में बिहार को 22 हजार करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि आगामी समय में अत्याधुनिक व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार द्वारा तीन लाख करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया है। इस बजट में से भी बिहार को राशि आवंटित की जाएगी। श्री सिंह ने कहा कि भारत बिजली के क्षेत्र में लगातार अग्रसर है। पिछले पांच वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में 2.86 करोड़ नया कनेक्शन किया गया है। वर्तमान समय में लगभग सभी घर तक बिजली उपलब्ध है।

श्री सिंह ने कहा कि देश में बिजली का उत्पादन आवश्यकता से अधिक है। जहां हमारे देश में बिजली की जरूरत 1.50 लाख मेगावाट है, वहां इसका उत्पादन 1.99 लाख मेगावाट है। अतिरिक्त उत्पादित बिजली को नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार जैसे देशों को निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली उपलब्ध रहने का औसतन समय 12 घंटे से बढ़कर साढ़े 21 घंटे हो गए।
बिजली के क्षेत्र में अभी और कार्य कर इसे 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति करना है।

बाबा साहेब की जयंती के अवसर पर सीतामढ़ी ग्रिड का लोकार्पण किया गया हुई। इसकी जानकारी ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव द्वारा दी गई। केंद्र सरकार के द्वारा की गई पहल से जहां 2005 से पूर्वी बिहार में एक भी ग्रिड नहीं था वहां वर्तमान समय में सात ग्रिड हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि शुक्रवार के दिन सहरसा में भी ग्रिड का लोकार्पण किया जाएगा और उत्तर बिहार के सातों ग्रिड आपस में जुड़ जाएंगे।