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बिहार: अब सदर अस्पताल में भी मेडिकल कॉलेज के जैसे मिलेगी ICU की सुविधा

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अब सदर अस्पतालों में भी मेडिकल कॉलेजों के जैसा ICU की व्यवस्था मिलेगी। राज्य के 4 मेडिकल कॉलेजों के सहित 12 जिलों के सदर अस्पतालों में मॉडर्न ICU निर्माण करने तैयारी की जारही है। इसके जरिए पटना के NMCH, मुजफ्फरपुर के SKMCH एवम ANMCH में ICU बेड बनवाने की कवायद पर तेज़ी लाई गई है। पटना के NMCH में 20 और SKMCH और ANMCH में 20–20 बेड का ICU निर्माण किया जाएगा। इमरजेंसी रिस्पांस एंड हेल्थ सिस्टम प्रिपेयर्डनेस पैकेज फेज-2 के अनुसार ICU बेड बनवाए जाएंगे। इस पर करीब 21.74 करोड़ से ज्यादा रुपए की धनराशि खर्च किया जा जाएगा।

बिहार के 4 मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल साथ ही 12 जिलों के सदर अस्पतालों में अतिरिक्त ICU वार्ड निर्माण से पीड़ितो को काफी फायदा मिलेगा। इमरजेंसी रिस्पांस एंड हेल्थ सिस्टम प्रिपेयर्डनेस पैकेज फेज-2 के जरिए बनवाए जा रहे ICU बेड से सदर अस्पतालों की कंडीशन काफी अच्छी हो जाएगी। इससे इमरजेंसी सेवा में आने वाले मरीजों को काफी राहत मिलेगा। हैल्थ डिपार्टमेंट का कहना है कि हॉस्पिटल में अब ICU बेड साथ ही अन्य सुविधाओं की व्यवस्था भी की जाएंगी।

हैल्थ डिपार्टमेंट की योजना के मुताबिक, SKMCH-मुजफ्फरपुर और ANMCH-गया में 30-30 बेड का आईसीयू बनेगा, जबकि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल-भागलपुर में 25 बेड का आईसीयू बनवाया जाएगा। एनएमसीएच-पटना में 20 बेड का ICU निर्माण किया जाएगा। बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) की तरफ से इन अस्पतालों में ICU बेड की बनवाने के लिए तैयारी की जा रही है।

ICU वार्ड की निर्माण पर 21.74 करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च किए जाएंगे। मुजफ्फरपुर में 30 बेड के ICU के हेतु 3 करोड़ 37 लाख 51 हजार, गया में ICU बेड के हेतु 2 करोड़ 41 लाख 25 हजार, एनएमसीएच में ICU के हेतु 1 करोड़ 90 लाख, और भागलपुर में ICU बेड के हेतु 2 करोड़ 41 लाख 25 हजार रुपए की लागत की धनराशि खर्च किए जाएंगे। अलग-अलग सदर अस्पतालों में ICU बेड के हेतु खर्च का आकलन किया जा चुका है। 86 लाख से लेकर 1.46 करोड़ रुपए तक की धनराशि खर्च किया जाएगा। 3 महीने के भीतर कार्य सम्पत करने का लक्ष्य रखा गया है।

मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटलों के अलावा सदर अस्पताल वैशाली, अररिया, सीतामढ़ी, सहरसा, बक्सर, खगड़िया, भभुआ, कैमूर, शिवहर, अरवल, किशनगंज, जमुई और सुपौल में 10-10 बेड के ICU वार्ड की निर्माण की जाएगी। इसमें कुछ बेड बच्चों के हेतु भी होंगे। ICU बेड की स्थापना के सहित सिविल, प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल और ऑक्सीजन पाइपलाइन से जोड़ने का कार्य भी एक ही साथ किया जा रहा है । ईसीआरपी 2 की योजना के मुताबिक, सारे 9 मेडिकल कॉलेज तथा 30 जिला अस्पतालों में ICU बेड बढ़ाया जाएगा। इसके हेतु 96.04 करोड़ रुपए की सहमति मिली है। कुल 570 बेड बढ़ाए जाएंगे। परंतु अभी 4 मेडिकल कॉलेज और 13 सदर अस्पतालों में के हेतु टेंडर निकाला गया है।

राज्स सहित देशभर के आयुर्वेद बीएएमएस, यूनानी बीयूएमएस, सोवा-रिग्पा, सिद्धा बीएसएमएस पंजीकृत आयुष डॉक्टर अब मेडिकल और फिटनेस सर्टीफिकेट जारी कर सकेंगे और यह करीब सभी सेक्टर्स में मान्य होगा। आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राकेश पांडेय द्वारा बताया गया कि बोर्ड ऑफ एथिक्स नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के प्रेसिडेंट प्रो. वैद्य राकेश शर्मा द्वारा सभी अथॉरिटीज को पत्र जारी कर दिया गया है। इस पहल के हेतु देशभर के आयुष डॉक्टरों ने स्वागत किया है। डॉ. पांडेय ने द्वारा बताया गया कि नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन एक्ट, 2020 और सेक्शन 34-1-सी के जरिए आयुष डॉक्टरों और मरीजों के हित में उठाया गया कदम है।