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बार-बार हुईं असफल पर नहीं टूटने दी हिम्मत, आखिर संजीता बन ही गईं UPSC टॉपर

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राउरकेला, ओडिशा की संजीता माहापात्रा की UPSC जर्नी बेहद लंबी रही है पर उस यात्रा में भले हर कोई हार मान गया हो लेकिन संजीता ने हार नहीं मानी काफी लोगों को लगने लगा था कि यह जर्नी अधिक ही लंबा खिंच रहा है पर संजीता का मान जनता था कि वे क्या चाहती हैं एवं जो वे चाहती हैं वह उतनी सरलता से प्रात नही हो सकता। हालाकि दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में संजीता मोहपात्रा ने कई जरूरी बातें कही।आइए जानते हैं..

संजीता का जन्म एवं शुरुआती पढ़ाई राउरकेला से ही हुई। इसके उपरांत उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग से B. tech किया। वे पढ़ाई में हमेशा से बेहतर थी एवं प्रत्यक क्लास में अच्छे अंक आते थे। B. Tech के उपरांत संजीता की जॉब लग गई एवं वे एक अच्छी सरकारी जॉब में आ गईं जो आदरनीय भी थी एवं उसमे पैसा भी अच्छा था। कुछ वर्ष उन्होंने यह जॉब की परंतु तभी उनके मन में बचपन का अपना IAS बनने का सपना याद आया। हालाकि संजीता हमेशा से IAS बनना चाहती थी। उन्होंने इस संदर्भ में कई बार कोशिश भी किया पर सीरियस अटेम्प्ट उन्होंने2 ही बार दिया और दूसरे में कामयाबी पाई। आज जानते हैं संजीता से इस एग्जाम के बारे में

संजीता ने एक इंटरव्यू में बताया हैं कि उनके शुरुवाती के 3 प्रयास जब उन्होंने कॉलेज समाप्त ही किया था, तब दिए थे जो बिलकुल अच्छे नही गए क्योंकि उस वक्त उनकी प्रिपरेशन ठीक नहीं थी। वे तब समझ ही नहीं पाई थीं क यह एग्जाम है क्या एवं उसे पास करने के हेतु किस लेवल के कोशिश करने पड़ेंगे। संजीता का 3नों ही प्रयास में प्री भी क्लियर नहीं हुआ था। इसके उपरांत वे जॉब करने लग गईं एवं इस समय वे एग्जाम के पैटर्न को समझकर प्रिपरेशन में लगी रहीं पर उन्होंने प्रयास नहीं दिए। जबकि उनके नगर में उन्हें ठीक से मार्गदर्शन नहीं प्राप्त पा रहा था उसके हेतु संजीता ने हर तरीके की सहायता इंटरनेट से ही ली। एक वक्त के उपरांत उन्हें लगा कि जॉब के सहित प्रिपरेशन पॉसिबल नहीं है एवं नौकरी छोड़ने का फैसला लिया। उसी बीच उनकी शादी भी हो गई। अंततः बहुत ही मुश्किल से और भारी मन से उन्होंने अपनी लगी लगाई बेहतर जॉब छोड़ दी। अब संजीता फुल फ्लेज्ड तरह से प्रिपरेशन में जुट गईं।

संजीता के हेतु यह वक्त बेहद कठिन था जब 4th प्रयास में भी उनको कामयाबी नहीं मिली। क्योंकि इस बार उन्होंने बेहद प्लांन्ड वे में लगन के साथ प्रिपरेशन की थी। जबकि इस वर्ष उन्होंने पहली बार मेन्स लिखा। खैर संजीता ने हार नहीं मानी एवं उसमे उनके ससुराल वालों ने भी बेहद साथ दिया एवं वे फिर से प्रिपरेशन करने लगीं। वर्ष 2019 में उनका 5th अटेम्पट था उसके वे आखिरकार कामयाब हुईं। संजीता बताती हैं कि इस बार आशा थी की कामयाब हो जाएंगी पर रैंक 10 आएगी यह कभी नहीं सोचा था। इसके हेतु यह किसी आश्चर्यजनक से कम नहीं था। संजीता ने अपनी मुख्य एवं बेसिक प्रिपरेशन NCERT कि किताबों से की है। यही नहीं ठीक से न्यूज पेपर पढ़ना और NCERT की बुक्स को पढ़ना उन्होंने बहुत पहले आरंभ कर दिया था। तब जब बाकी प्रिपरेशन का नामों-निशान भी नहीं था। उससे उन्हें बाद में बेसिक्स के सहित बेहद नहीं माथापेची नहीं करना पड़ा। इंजीनियरिंग बैकग्राउंड की होने के अतिरिक्त संजीता ने अपना ऑप्शनल सोशियोलॉजी चुना हालाकि उन्हें यह पसंद था।उसकी थॉरो नॉलेज के हेतु उन्होंने कुछ दिन कोचिंग भी की थी परंतु बाकी सेल्फ स्टडी से ही तैयारी की। 2018 एवं 2019 दोनों के ही प्रयास में उन्होंने कुछ दिन दिल्ली में रहकर टेस्ट सीरीज ज्वॉइन करके अपनी प्रिपरेशन को और करने का पूरा प्रयास किया था। तकरीबन 3 महीने एक बिना खिड़की के कमरे में अकेले रहना एवं खाने में बस कुछ भी हल्का खा लेना उनके रूटीन होगया था। वे कहती हैं कि मैं खुद को समझाती थी कि बस 3 माह की ही तो बात है। ऐसे संजीता ने मॉक टेस्ट दिए, टेस्ट सीरीज ज्वॉइन की एवं मॉक इंटरव्यू भी दिये। वे इन सारी चीज़ों को बेहद महत्व देती हैं।

फ्यूचर एस्पिरेंट्स को संजीता यही सजेशन देती हैं कि यह सफर बहुत लंबी होती है एवं यहां आखिर में कोई साथ नहीं बचता सिवाय अपने-आपके। उसी के हेतु खुद को खुद ही मोटिवेट करते रहें, कोई दूसरा आपके लिए यह नहीं कर पाएगा। जब आप यह एग्जाम देने का निर्णय लेते हैं तो आपको पता होता है कि यह देश की सबसे बड़ी परीक्षा है तो जाहिर है कि कामयाबी भी सरलता से या बिना परिश्राम के नहीं मिलेगी। उसी के हेतु जब राह में दिक्कतें आएं या कामयाबी मिलने में देर लगे तो हिम्मत मत हारिए एवं उसे सफर का भाग मानकर चलें। संजीता नोट्स बनाती थीं एवं यह ध्यान रखती थीं कि वे क्रिस्प हों जबकि रिवीजन सरलता से किया जा सके। उसके अतिरिक्त आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस, ऐस्से एवं एथिक्स के पेपर को बराबर महत्व, मॉक पेपर, मॉक इंटरव्यू देकर एवं खुद पर पूरा विश्वास रखकर संजीता ने इस एग्जाम में कामयाबी प्राप्त की है।