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पिता है एक आईपीएस अधिकारी, बेटी भी दूसरी प्रयास में बनी आईएएस अफसर

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यूपीएससी की परीक्षा हमारे भारत देश में नहीं बल्कि पूरे एशिया की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए छात्रों को कठिन मेहनत और वर्षों की इंतजार करने की जरूरत होती है कई ऐसे भी छात्र हैं, जिन्हें काफी वर्षों के बाद भी असफलता हाथ लगती है। हम बात कर रहे हैं अनूपमा अंजलि की जो एक आईपीएस ऑफिसर की बेटी हैं। इन्होंने भी प्रथम प्रयास में असफलता ही प्राप्त हुई थी। इसके बाद इन्होंने एक विशेष तरीकों की अलग योजना बनाई और दूसरी कोशिश में सफलता प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने का सपना सरकार किया। अनूपमा की यह कहानी यूपीएससी की तैयारी कर रहे सभी छात्र-छात्रों के लिए प्रेरणादायक हो सकती है।

आपको बता दें कि अंजलि ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग से B. Tech की शिक्षा हासिल की है। इसके पश्चात इन्होंने यूपीएससी की तैयारी की। इन्हें पहले प्रयास में सफलता प्राप्त हुई फिर अपने आप को सकारात्मक विचार के साथ दूसरी कोशिश के लिए यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में लग गई और यूपीएससी की परीक्षा दी। वर्ष 2018 में घोषित हुए रिजल्ट में अनूपमा ने सफलता प्राप्त की और इस वर्ष इन्होंने 386 रैंक लाकर आईएएस अधिकारी बनी। इनकी प्रथम पोस्टिंग आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में ज्वाइंट कलेक्टर के तौर पर हुई है। यहां के सभी गरीब बच्चों को अनूपमा किसी न किसी तरह से उनकी काफी मदद करती हैं और जो भी छात्र यूपीएससी की तैयारी करते हैं उन छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शित भी करती हैं।

आपको बता दें कि अनुपमा के पिता भी एक आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी पोस्टिंग अभी भोपाल में है अनूपमा बताती है, कि पिता जी और दादा जी दोनों ही सिविल सेवा में रहे हैं उन्हीं लोगों से मुझे आईएएस बनने की प्रेरणा लगातार मिलती रहती थी और साथ ही वे बताती हैं कि मैं यूपीएससी की तैयारी करने के बीच स्वयं को शारीरिक रूप से अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए मुझे रोज सुबह में योग भी करती हु। वे सभी छात्र-छात्राओं को भी सलाह देती है कि वे शारीरिक रूप से है तंदुरुस्त रहने के लिए प्राणायाम और सेल्फमोटिवेट के साथ ही UPSC की तैयारी करें, जिससे सफलता का मार्ग सही और आसान हो सके।